डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की हैदरगढ़ विधानसभा सीट पर पांचवें चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है. इस सीट का इतिहास वीआईपी रहा है. अगर राजनीतिक पार्टियों की बात करें तो यहां कांग्रेस और सपा में बराबरी का मुकाबला रहा है. हालांकि इस बीच बीजेपी ने यहां अपनी पकड़ काफी मजबूत बना ली है. वर्तमान में भी यहां बीजेपी का कब्जा है और इस बार का मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच होता नजर आ रहा है. जानते हैं इस सीट का गणित-
2017 के नतीजे
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने अपना परचम लहराया था. भाजपा के बैजनाथ रावत ने 33520 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. उन्होंने सपा के राम मगन रावत को हराया था. बैजनाथ रावत को 97497 और राम मगन को 63977 वोट मिले थे. वहीं बहुजन समाज पार्टी के कमला प्रसाद रावत तीसरे स्थान पर थे.
क्या रहा है इतिहास
इस विधानसभा सीट पर अब तक तीन बार कांग्रेस, तीन बार सपा और इसके अलावा अधिकतर बार बीजेपी को जीत मिली है. 2003 और 2007 में समाजवादी पार्टी के अरविंद सिंह गोप इस सीट से विधायक चुने गए. 2012 में इस सीट पर समाजवादी पार्टी के ही राम मगन ने जीत दर्ज की. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बैजनाथ रावत को अपना प्रत्याशी बनाया. उन्होंने चुनाव में सपा के प्रत्याशी राम मगन रावत को हराकर इस सीट पर 2002 के बाद फिर कमल खिलाया.
VIP सीट रही है हैदरगढ़
हैदरगढ़ सीट (Haidergarh Assembly seat) वीआईपी सीट भी रह चुकी है. सन् 2001 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने उप चुनाव में यहां जीत दर्ज की थी. इससे भी एक कहानी जुड़ी है. केंद्रीयमंत्री राजनाथ सिंह वर्ष 2000 में जब उत्तर प्रदेश सीएम बने थे तो वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे. 6 महीने के अंदर उन्हें किसी सदन का सदस्य बनना था. तभी हैदरगढ़ से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र नाथ अवस्थी ने राजनाथ सिंह के लिए सीट खाली की और त्यागपत्र दे दिया. इसके बाद 2002 में राजनाथ सिंह यहीं से विधायक चुने गए.
इस बार कौन है मैदान में
इस बार भाजपा के कब्जे वाली इस सीट पर विधायक बैजनाथ रावत के सामने होंगे सपा के राम मगन रावत. वहीं कांग्रेस के टिकट पर निर्मला चौधरी इस बार चुनावी मैदान में हैं.
हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
UP Election 2022: क्या इलाहाबाद दक्षिण में नंद गोपाल 'नंदी' फिर दिखा पाएंगे अपना जलवा?