पंजाब चुनाव 2022: BJP की दस्तक के लिए सहारा साबित हो सकते हैं Captain?

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डीएनए हिंदी: देश में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच दिलचस्प चुनाव पंजाब का माना जा रहा है जहां पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कल तक जिस पार्टी में थे आज उसी के विरोध में उतर आए हैं. पार्टी में अपने अपमान का बदला लेने की सोच से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन का ऐलान कर चुके हैं. वहीं भाजपा कैप्टन के साथ गठबंधन को सकारात्मक तौर पर देखते हुए पंजाब की राजनीति में एंट्री मारने का अवसर मान रही है. 

कैप्टन ने किया ऐलान 

मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद ही कैप्टन ने ऐलान कर दिया था कि वो किसी भी कीमत पर कांग्रेस में नहीं रहेंगे और वो भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं. वहीं अब भाजपा पंजाब के चुनाव प्रभारी और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर कैप्टन ने भाजपा के साथ अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का ऐलान कर दिया है. हालांकि अभी सीटों को लेकर सहमति नहीं बनी है किन्तु उम्मीद जताई जा रही है कि उसमें आम सहमति के जरिए फैसला लिया जाएगा. 

भाजपा के लिए अवसर 

भाजपा का लंबे वक्त से पंजाब की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में रही है. इस दौरान उसे सदैव नंबर दो की कुर्सी ही मिली. इसके विपरीत साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भी अकालियों की अलोकप्रियता के चलते भाजपा को नुकसान हुआ है.

संभवतः यही कारण है कि कृषि बिल के मुद्दे पर एनडीए छोड़ने वाले अकाली दल को रोकने की भाजपा ने कोई कोशिश नहीं की. वहीं अब जब कृषि बिल वापस हो चुके हैं तब भी भाजपा अकालियों को महत्व नहीं दे रही हैं. इसकी वजह कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं. 

भविष्य की राजनीति 

कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब की राजनीति में एक लोकप्रिय नेता माना जाता है. भले ही कांग्रेस छोड़ने के कारण उनकी शक्ति कम हुई हो किन्तु उनके सियासी कौशल को कम आंकना भारी पड़ सकता है. भाजपा अच्छे से जानती भी है कि पंजाब में उसके लिए अभी सकारात्मक माहौल नहीं है. ऐसे में पार्टी विधानसभा चुनावों में कैप्टन के साथ जाकर अपनी राजनीति का बीज बोने की कोशिश में हैं, जिसका पेड़ भविष्य की राजनीति में भाजपा को मजबूती दे सकता है. 

भविष्य की राजनीति को देखते हुए ही अब भाजपा राज्य में कैप्टन के साथ एक गंठजोड़ कर रही हैं जिसका उद्देश्य 2022 विधानसभा चुनाव से ज्यादा 2024 लोकसभा और 2027 विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.