Gujarat Election: गढ़ वाघोडिया में हार सकती है भाजपा! बागियों ने राह में बिछाए कांटे

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 25, 2022, 02:05 PM IST

भाजपा के बागियों की मौजूदगी के बाद कांग्रेस उत्साहित दिखाई दे रही है.

भाजपा ने अपने आधिकारिक उम्मीदवार पटेल के पीछे अपनी पूरी ताकत लगा दी है, लेकिन वोट बंटवारे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.

डीएनए हिंदी: गुजरात की वाघोडिया सीट (Waghodia Assembly Seat) पर भाजपा के दो बागी उसके वोटों में सेंध लगा सकते हैं. दोनों बागियों ने दावा किया है कि अगर वह जीते तो पार्टी का समर्थन करेंगे. निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे बागियों के इस दावे के बीच सत्तारूढ़ दल के आधिकारिक उम्मीदवार के लिए जीत की राह आसान नजर नहीं आ रही है. छह बार के भाजपा विधायक मधु श्रीवास्तव के बागी होकर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा उम्मीदवार अश्विन पटेल के लिए राह मुश्किल हो गई है.

मधु श्रीवास्तव की जगह भाजपा के वडोदरा जिले के अध्यक्ष अश्विन पटेल को टिकट दिया गया है. श्रीवास्तव के साथ ही भाजपा नेता रहे धर्मेंद्र सिंह वाघेला के बागी होकर चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. श्रीवास्तव और धर्मेंद्र सिंह वाघेला दोनों ही उम्मीदवारों की छवि ‘‘दंबग और बाहुबली’’ नेता की है.

पढ़ें- अल्पेश ठाकोर ने सामाजिक न्याय और हिंदुत्व को जोड़ा, बताई भाजपा में शामिल होने की वजह

हालांकि, भाजपा ने अपने आधिकारिक उम्मीदवार पटेल के पीछे अपनी पूरी ताकत लगा दी है, लेकिन वोट बंटवारे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. अपेक्षाकृत साधारण पृष्ठभूमि वाले अश्विन पटेल पटेल को बहुकोणीय मुकाबले में पार्टी के दो बागियों के अलावा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) से भी कड़ी टक्कर मिल रही है.

पढ़ें- Gujarat Elections: पहले चरण में 211 उम्मीदवार 'करोड़पति', इस पार्टी से सबसे ज्यादा

वडोदरा में भाजपा किसान मोर्चा के महासचिव उत्सव भाई पारिख ने PTI से कहा, "उम्मीदवार से ज्यादा महत्वपूर्ण भाजपा है और हम आधिकारिक उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने पर ध्यान दे रहे हैं." जीत का भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि वाघोडिया में 65 फीसदी क्षत्रिय मतदाताओं में से 50 फीसदी भाजपा को वोट देते आए हैं. पारिख ने कहा, "बागियों की मौजूदगी से हमें वोटों के लिहाज से 10 से 15 फीसदी का नुकसान होगा. लेकिन हम जीत के प्रति आश्वस्त हैं."

पढ़ें- पीएम मोदी की सिक्योरिटी में चूक, अहमदाबाद रैली के No Flying zone में उड़ा ड्रोन, 3 गिरफ्तार

वहीं, भाजपा के बागियों की मौजूदगी के बाद कांग्रेस उत्साहित दिखाई दे रही है और उसे इस चुनावी स्थिति से लाभ मिलने की उम्मीद है. वडोदरा के पूर्व सांसद एवं कांग्रेस उम्मीदवार सत्यजीत गायकवाड ने कहा कि 2017 में मधु गायकवाड को लगभग 60,000 वोट मिले थे जबकि 1.10 लाख मत उनके खिलाफ पड़े थे. उन्होंने दावा किया, "भाजपा के वोटों में बंटवारे का लाभ कांग्रेस को मिलेगा और आम आदमी पार्टी को यहां केवल 1,500 के आसपास वोट मिल सकते हैं."

पढ़ें- गुजरात की इन सीटों पर भाजपा को हो सकता है नुकसान, जानिए क्यों नहीं हैं जीतने के आसार

मधु श्रीवास्तव के बेटे दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि उनके पिता जनाधार वाले नेता हैं और सातवीं बार जीत को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा, "(चुनाव) चिह्न मायने नहीं रखता, लोगों का काम और उनका कल्याण उनके लिए महत्वपूर्ण है और वह ऐसा करना जारी रखेंगे. वह (मधु श्रीवास्तव) एक निर्दलीय के रूप में खड़े हैं क्योंकि लोग चाहते थे कि वे चुनाव लड़ें और जनता ने उन्हें जीत का आश्वासन दिया है."

पढ़ें- Gujarat Election: अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से की खास अपील, किया यह दावा

धर्मेंद्र सिंह वाघेला की प्रचार टीम के सदस्य मितेश पटेल ने कहा कि 2017 में लगभग 10,000 वोटों से हारने के बाद 2022 के चुनावों में उनकी दावेदारी बेहद मजबूत है. धर्मेंद्र सिंह वाघेला ने पिछले विधानसभा चुनाव में बागी तेवर अपनाते हुए भाजपा के तत्कालीन उम्मीदवार मधु श्रीवास्तव के खिलाफ चुनाव लड़ा था.

(भाषा)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

gujarat election 2022 gujarat election