Gujarat Elections 2022: योगी-योगी के शोर में खो गए गोधरा के 'किंग', सुर्खियों में रहने के हैं पुराने एक्सपर्ट

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डीएनए ​हिंदी: गुजरात के विधानसभा चुनाव प्रचार में ब्रेक लगने से एक दिन पहले गोधरा (Godhra) की सड़कों पर योगी योगी का शोर मच गया. भाजपा के फायर ब्रांड नेताओं में से एक योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता लोगों के सिर पर चढ़कर बोली. लोगों ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के साथ दम भरकर वोट देने का वादा किया, लेकिन इस बीच हमेशा सुर्खियों में रहने वाले गोधरा सीट के प्रत्याशी और छह बार के विधायक का नाम किसी ने नहीं लिया. 2002 के बाद गोधरा जितना चर्चा में रहता है, उतना ही यहां के विधायक सीके राउलजी (CK Raulji) का नाम भी सुर्खियों में रहा है. इसकी वजह उनका बिलकिस बानो गैंगरेप केस में दोषियों को रिहा कराने की कवायद में शामिल होना रहा है.

जानें कौन हैं सीके राउलजी

सीके राउलजी गोधरा सीट से 6 बार के विधायक हैं. वह 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के दौरान बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप करने के दोषियों (Bilkis Bano Rapiest) को रिहा करने का फैसला लेने वाली कमेटी का भी हिस्सा थे. ​बाद में बिलकिस बानो के साथ गैगरेंप करने के 11 दोषियों को रिहा करने के फैसले का राउलजी ने बचाव भी किया था. तब उन्होंने कहा था कि वे (दोषी) लोग ब्राह्मण हैं और ब्राह्मण समाज के संस्कार भी बहुत अच्छे हैं. उन्होंने कहा कि संभव है उनके परिवार के अतीत में किए गए कामों के कारण इन्हें फंसाया गया हो. जब ऐसे दंगे होते हैं तो ऐसा होता है कि जो उनमें शामिल नहीं होते, उनका नाम भी आरोपियों में आ जाता है, लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने अपराध किया था या नहीं. हमने उनके आचरण के आधार पर सजा माफ की है.

1990 में शुरू हुआ था राजनीतिक सफर

गोधरा सीट से 6 बार के विधायक सीके राउलजी का राजनीतिक सफर गोधरा सीट से ही शुरू हुआ था. उन्होंने 1990 में पहली बार गोधरा सीट से जीत दर्ज की थी. 1991 में वे बीजेपी में शामिल हो गए और उपचुनाव में जीत हासिल की. 1995 में राउल जी फिर से विधायक बने. इसके बाद 2007 और 2012 में फिर से कांग्रेस के ​टिकट पर गोधरा सीट से जीत हासिल की. 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले सीके राउलजी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. यहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 258 वोटों से हराकर फिर से विधायक बने. इस बार भी राउलजी को भाजपा ने गोधरा विधानसभा का प्रत्याशी बनाया है. 

यह है बि​लकिस बानो केस

बता दें कि 2002 के गोधरा कांड के दौरान बिलकिस बानो साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था. उस समय पीड़िता की उम्र 21 वर्ष थी. वह 5 माह की गर्भवती थी. ​बानो के परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. इसमें उनकी एक तीन साल की बेटी भी शामिल थी.

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