Punjab Election 2022: जानें, कौन हैं कांग्रेस से टिकट पाने वाले विवादित सिंगर सिद्धू मूसे वाला

पंजाब की मनसा सीट से इस बार कांग्रेस उम्मीदवर सिंगर सिद्धू मूसे वाला हैं. कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं और टिकट मिलने पर विवाद हो रहा है.

पंजाब की मनसा सीट से कांग्रेस ने विवादित सिंगर सिद्धू मूसेवाला को टिकट दिया है. मूसे वाला पंजाबी के जाने-माने सिंगर है और अपने गानों की वजह से अक्सर विवादों में रहते हैं. कांग्रेस को इन्हें टिकट देने पर विपक्षी दल ही नहीं पार्टी के कुछ नेता भी नाराज हैं. सिद्धू के गानों में कइई बार द्विअर्थी शब्द होते हैं तो कई बार बंदूक, गन कल्चर को बढ़ावा देने की बातें भी होती हैं. जानें कौन हैं यह विवादित सिंगर.

कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं

कांग्रेस के साथ सिद्धू मूसे वाला का संबंध ज्यादा पुराना नहीं है. उन्हें चंडीगढ़ में कुछ दिन पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल किया गया था. हालांकि, सिद्धू किसान आंदोलन के वक्त से ही बीजेपी और केंद्र सरकार की खुलकर आलोचना कर रहे थे. 

कनाडा पढ़ने गए थे, सिंगर बनकर लौटे

सिद्धू मूसे वाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है. इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद वह कनाडा पढ़ने गए थे लेकिन संगीत में रुझान होने के कारण इसी फील्ड में अपना करियर बना लिया. उन्होंने अपना स्टेज नाम सिद्धू मूसे वाला रखा है क्योंकि वह अक्सर अपनी मूंछों पर ताव देते हुए सोशल मीडिया पर #moose wala इस्तेमाल करते हैं.

गानों में गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप

इस युवा गायक के साथ कइई विवाद भी जुड़े हैं. उनके गानों में अक्सर ही गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले लिरिक्स का इस्तेमाल होता है. इतना ही नहीं, उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का भी आरोप लग चुका है. 5 पुलिसवालों के साथ AK47 की ट्रेनिंग का वीडियो वायरल होने पर उनकी काफी आलोचना हुई थी. सोशल मीडिया पर अपने कंटेंपररी सिंगर करण अजुला पर तीखे बयान देने की वजह से भी विवादों में रहे हैं.

खालिस्तान समर्थन का भी लग चुका है आरोप

सिद्धू मूसे वाला को टिकट देने के विरोध की वह 2020 में आया उनका एक गाना भी है. इस गाने में उन्होंने खालिस्तानियों के लिए सहानुभूति दिखाई थी. खालिस्तान समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले के बयान के एक हिस्से को भी गाने में शामिल किया गया था.

कांग्रेस नेताओं ने ही किया था कड़ा विरोध

सिद्धू को कांग्रेस में शामिल किए जाने और टिकट देने का कांग्रेस नेताओं ने ही कड़ा विरोध किया था. यूथ क्रांग्रेस के नेता चुष्पिदर वीर चहल लगातार विरोध करते रहे हैं. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर ढिलों ने भी इस मसले पर मानसा में रैली की थी. पुराने नेताओं के विरोध को दरकिनार कर कांग्रेस ने युवा गायक पर भरोसा दिखाया है.