Punjab Election 2022: चन्नी ही क्यों बनाए गए सीएम फेस? इन पॉइंट्स में जानिए

पंजाब के लिए कांग्रेस ने दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को ही सीएम फेस बनाया है. इसके पीछे प्रदेश के जातीय समीकरण और बड़ा संदेश देने की कोशिश है. 

पंजाब चुनावों से पहले आज राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम फेस बनाने की घोषणा कर दी है. चन्नी को सीएम उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे कई वजहहैं. प्रदेश में चल रही गुटबाजी के बावजूद भी चुनाव से पहले सीएम फेस बनाने के पीछे खास वजह है. पंजाब के जातीय समीकरण और वोटों के गणित को देखते हुए कांग्रेस ने दलित चेहरे पर दांव खेला है. समझें पूरा समीकरण.

कम समय में प्रदेश में बनाई चन्नी ने पकड़

कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया है. चन्नी राज्य के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं. लगभग 111 दिन के कार्यकाल के दौरान उन्होंने आगे बढ़कर लीड किया है. वह खुलकर विपक्षी दलों पर हमलावर भी रहे हैं. इसके अलावा, चन्नी की एक खासियत है कि वह लगातार मीडिया में भी सुलभ रहे हैं. आगे बढ़कर लीड करने की अपनी क्षमता दिखाकर वह खुद को साबित करने में सफल हो पाए हैं. इसका असर दिख रहा है कि आज हर सर्वे में चन्नी की बात होने लगी है. अब वह निर्विवाद तौर पर कांग्रेस के आम विधायक नहीं बल्कि प्रदेश के बड़े लीडरों की लिस्ट में हैं. 
 

पंजाब में दलित वोटों का आंकड़ा है ऐसा

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में दलितों के अंदर ही 39 उपवर्ग हैं. इनमें 5 उपवर्ग में ही 80% दलित आबादी आती है. इन 5 उपवर्गों में भी 30% मजहबी सिखों के बाद दूसरे सबसे बड़े रविदासिया हैं. उनकी आबादी 24 प्रतिशत के करीब है. ज्यादातर रविदासिया पंजाब के दोआबा इलाके के निवासी हैं. इस क्षेत्र में जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला जैसे जिले आते हैं.

मालवा में दलित वोट अहम, 69 सीटें आती हैं इस इलाके 

पंजाब के सभी क्षेत्र में दलित वोट बहुत अहम हैं. मालवा सबसे बड़ा इलाका है और इस इलाके में 69 सीटें आती हैं. दलित वोटों का प्रभाव इस बड़े इलाके पर है. ऐसे में कांग्रेस ने चन्नी की मजबूत होती छवि के साथ दलित वोटों को साधने के लिए उन्हें सीएम फेस बनाया है. मालवा में पिछले चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा था और वहां से पार्टी ने 40 सीटें जीती थीं. 
 

पंजाब के जरिए दूसरे राज्यों को भी साधने की कोशिश 

पंजाब में किसी भी सूरत में कांग्रेस सत्ता बचाए रखना चाहती है. वहीं यूपी और उत्तराखंड में भी कांग्रेस अपनी जमीन मजबूत करने में जुटी है. माना जा रहा है कि दलित नेता को सीएम फेस बनाकर कांग्रेस ने बाकी राज्यों में भी एक संदेश देने की कोशिश की है.

सिद्धू की तुलना में चन्नी बेहद संतुलित दिखते हैं

नवजोत सिंह सिद्धू की छवि बड़बोले और जिद्दी राजनेता जैसी है. इसके अलावा, उनका सेलिब्रिटी स्टेटस भी सीएम फेस बनने के लिए उनके पक्ष में नहीं जाता है. इसकी तुलना में दलित समुदाय से आने वाले उच्च शिक्षित चन्नी परिपक्व नजर आते हैं. उनके अंदाज और रवैये में एक किस्म का ठहराव और सादगी झलकती है. बताया जाता है कि चन्नी के इस लो प्रोफाइल रहने की आदत ने राहुल गांधी और कांग्रेस हाई कमान को खासा प्रभावित किया है.