डीएनए हिंदी : प्रधानमंत्री के आतंकवादियों द्वारा साइकिल इस्तमाल करने वाले बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि साइकिल का अपमान पूरे देश का अपमान है. दरअसल प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में एक रैली को सम्बोधित करते हुए कहा था कि "इनका जो चुनाव चिन्ह साइकिल है उस पर अहमदाबाद में बम रखे गए थे, तब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था." उन्होंने यह भी कहा था कि "मैं हैरान हूं कि ये आतंकी धमाकों में साइकिल का इस्तेमाल क्यों करते हैं."
प्रधानमंत्री का इशारा 2008 के अहमदाबाद ब्लास्ट की ओर था जिसमें लगातार ब्लास्ट में पचास से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई थी और सैकड़ों घायल हुए थे.
समाजवादी पार्टी की तीखी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री के इस बयान पर समाजवादी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दर्ज की. अखिलेश यादव ने जवाबी ट्वीट किया जो कविता के रूप में दर्ज किया गया था. गौरतलब है कि साइकिल उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न है और अपने जवाब में उन्होंने साइकिल और उसके आम लोगों से सम्बन्ध को दिखाने की कोशिश की. ट्वीट कुछ यूं था -
"खेत और किसान को जोड़ कर उसकी समृद्धि की नींव रखती है, हमारी साइकिल ,
सामाजिक बंधनों को तोड़ बिटिया को स्कूल छोड़ती है, हमारी साइकिल
महंगाई का उसपर असर नहीं, वो सरपट दौड़ती है, हमारी साइकिल ,
साइकिल आम जनों का विमान है, ग्रामीण भारत का अभिमान है, साइकिल का अपमान पूरे देश का अपमान है."
इस ट्वीट के साथ एक छोटे बच्चे की तस्वीर है जो एक खिलौना हवाई जहाज़ को देखकर मुस्कुरा रहा है.
प्रधानमंत्री का पार्टियों पर आतंवादियों के प्रति नरम होने का आरोप
प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने 2006 और 2007 के अयोध्या एवं लखनऊ ब्लास्ट के आरोपियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा वापस ले लिया. उन्होंने यह भी कहा कि "उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने कई आतंवादियों के खिलाफ दायर मुक़दमे वापस ले लिए. उनके अपराध को साबित नहीं होने दिया. यह समाजवादी पार्टी द्वारा रिटर्न गिफ़्ट था." मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने यह सब उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था.