UP Election: फिर लगा BJP को झटका, एक और मंत्री ने छोड़ी पार्टी, अखिलेश से की मुलाकात

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 12, 2022, 05:35 PM IST

Image Credit- Twitter//DaraSinghBJP

Uttar Pradesh Election: दारा सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने भाजपा की सरकार में पूरी निष्ठा और लगन के साथ काम किया.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश चुनाव (Uttar Pradesh Elections) से पहले भाजपा को लगातार झटके लग रहे हैं. मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) सहित कई विधायकों ने भाजपा छोड़ी थी. यह सिलसिला आज भी जारी रहा. बुधवार को योगी सरकार में वन मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

अखिलेश बोले- पार्टी में स्वागत है
मऊ की मधुबन सीट से विधायक चौहान ने कहा कि पिछड़ों, दलितों, किसानों और बेरोजगार युवाओं के प्रति सरकार की उपेक्षा के चलते वह इस्तीफा दे रहे हैं. इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चौहान का उनकी पार्टी में स्वागत है. हालांकि, चौहान ने अभी यह साफ नहीं किया है कि वह किस पार्टी में जाएंगे, लेकिन ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल हो सकते हैं.

दारा सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में पूरी निष्ठा और लगन के साथ काम किया, लेकिन निश्चित रूप से पांच साल में ओबीसी, दलित, वंचित, बेरोजगार नौजवान को न्याय नहीं मिल पाया और इससे आहत होकर उन्होंने सरकार से इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा, "जिस गरीब, पिछड़े, दलित समाज के नाते बहुमत की सरकार बनी, उस समाज को कुछ नहीं मिला और इससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है."

उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में कहा, ''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के प्रति सरकार के घोर उपेक्षात्मक रवैये तथा पिछड़ों एवं दलितों के आरक्षण के साथ हो रहे खिलवाड़ से आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.

केशव प्रसाद मौर्य बोले- दोबारा करें विचार
राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दारा सिंह के इस्तीफे के बाद ट्वीट किया, ''परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों से मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नाव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा. बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिए.''

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश चुनाव