डीएनए हिंदी. उत्तर प्रदेश चुनाव में दल बदल का खेल लगातार जारी है. सोमवार को भारतीय जनता पार्टी अखिलेश यादव की पार्टी में बड़ी सेंधमारी करने में सफल रही. भाजपा जलालपुर से सपा के विधायक सुभाष राय को अपने खेमे में लाने में सफल रही. सुभाष राय सोमवार को भाजपा मुख्यालय में केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा की मौजूदगी में भगवा दल में शामिल हो गए.
स्वतंत्र देव सिंह ने सुभाष राय का पार्टी में स्वागत करते हुए दावा किया कि उत्तर में आज कानून का राज है तथा राष्ट्रवाद और विकास की बयार चल रही है. उन्होंने कहा, "आज उत्तर प्रदेश में जो वातावरण निर्मित हुआ है, उसे देखते हुए सुभाष राय भाजपा में शामिल हुए हैं. यह उनकी घर वापसी है. उनके आने से भाजपा अंबेडकरनगर जनपद में और मजबूत होगी."
2019 में उपचुनाव जीत विधायक बने थे सुभाष राय
आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालपुर से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर रितेश पांडेय विधायक चुने गए थे. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने उन्हें अंबेडकरनगर संसदीय सीट से अपना उम्मीदवार बना दिया. चुनाव में जीत दर्ज के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
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इसके बाद जलालापुर सीट पर हुए उपचुनाव में सुभाष राय सपा (Samajwadi Party) के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे. सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय हाल ही में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वह वर्ष 2002 में सपा के टिकट पर जलालपुर से विधायक भी निर्वाचित हुए थे. सपा में शामिल होने से उनका जलालपुर से टिकट लगभग तय माना जा रहा है.
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