डीएनए हिंदीः उन्नाव विधानसभा सीट उन्नाव जिले की 6 सीटों में से एक है जिस पर 2017 में भाजपा ने जीत हासिल की थी. हालांकि इस सीट पर लंबे समय तक सपा का कब्जा रहा था लेकिन 2017 ने भाजपा ने 46,072 वोटों के मार्जिन से जीत दर्ज की थी. इस सीट पर अब तक सपा ने 4 बार जीत हासिल की है जो सबसे ज्यादा है. सीट के लिए 23 फरवरी को चौथे चरण में वोटिंग होगी.
क्या है समीकरण
1985 के चुनावों में इस सीट से लोकदल के मनोहर लाल ने जीत हासिल की थी. इसके बाद इस सीट पर मनोहर लाल की लहर चल गई. वह 3 बार विधायक चुने गए. उनके बाद उनके बेटे दीपक कुमार 3 तीन बार विधायक बने. इस सीट पर इस बार एक और दिलचस्प पहलू भी देखने को मिल रहा है. कांग्रेस ने इस सीट से महिला प्रत्याशी आशा सिंह को मैदान में उतारा है. इस सीट पर आज तक महिला विधायक ने जीत हासिल नहीं की है.
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क्या जनता पंकज गुप्ता फिर देगी साथ?
उन्नाव विधानसभा सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक पंकज गुप्ता को एक बार फिर मैदान में उतारा है. भाजपा ने 2012 में भी पंकज गुप्ता को इस सीट से मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें सपा प्रत्याशी ने हरा दिया था. जबकि कांग्रेस की तरफ से आशा सिंह चुनाव लड़ेंगी. वहीं सपा की ओर से अभिनव कुमार किस्मत आजमाएंगे.
बीजेपी और सपा में होगी सीधी टक्कर
2012-17 में इस सीट पर भाजपा के और सपा के बीच मुकाबला देखने को मिला था. 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा के पंकज गुप्ता ने 119,669 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी. जबकि सपा से दीपक कुमार की मौत के बाद उनकी पत्नी मनीषा ने चुनाव लड़ा. उन्हें 73,597 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं बसपा के पंकज त्रिपाठी तीसरे नंबर पर रहे थे. उन्हें 26,739 वोट मिले थे.
प्रत्याशी | पार्टी | वोट | जीत का अंतर |
पंकज गुप्ता | बीजेपी | 119,669 | 46,072 |
मनीषा दीपक | सपा | 73,597 | |
पंकज त्रिपाठी | बसपा | 26,739 |
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जातीय समीकरण
इस सीट पर ब्राह्मण जाती के 65 हजार वोटर हैं. जबकि मुस्लिम और लोधी जाती के वोटर भी अहम भूमिका निभाते हैं. सीट पर कुल 3,81,370 मतदाता हैं. इसमें 1,70,920 महिला मतदाता और 2,09,832 पुरुष मतदाता हैं.