डीएनए हिंदी: 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. पंजाब (Punjab) की सत्ता गंवाने के बाद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी नेताओं के साथ एक बार फिर मंथन किया है. अब सोनिया गांधी हिमाचल प्रदेश को साधने की तैयारी में जुट गई हैं.
सोनिया गांधी ने पंजाब कलह से सबक लेते हुए अपने नेताओं से एकजुट होकर काम करने की अपील की है. सोनिया गाधी ने कहा है कि आप एक-दूसरे के साथ बैठते हैं लेकिन आप बातचीत तक नहीं करते हैं. जानकारों का मानना है कि पंजाब में कांग्रेस पार्टी की अंदरुनी कलह की वजह से सत्ता चली गई.
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कांग्रेस नेताओं को Sonia Gandhi ने दिया एकजुटता का मंत्र
आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब में सत्तारूढ़ होने के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं को सोनिया गांधी ने सलाह दिया है कि नई रणनीति पर काम किया जाए. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक अगर सभी नेता एकजुट रहते हैं पंजाब जैसी स्थिति हिमाचल में नहीं दोहराई जा सकेगी. पार्टी के नेताओं ने कहा है कि वे एकजुट रहेंगे.
सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने कहा है कि पार्टी की रणनीति को मजबूत करने के लिए लोगों के पदों में बदलाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'अभी केंद्रीय नेतृत्व किसी भी पदाधिकारी की पोजिशन नहीं बदल रहा है लेकिन विकल्प खुले रखे गए हैं.'
नेतृत्व संकट का सामना कर रही है कांग्रेस!
दिग्गज कांग्रेसी नेता वीरभद्र सिंह के निधन के बाद से ही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के पास कोई मजबूत चेहरा नहीं है. पहाड़ी राज्य में भी कांग्रेस नेतृत्व संकट से जूझ रही है. जी-23 के मजबूत स्तंभ रहे आनंद शर्मा को माना जा रहा है कि वह कांग्रेस का एक चेहरा हो सकते हैं. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि उनसे हिमाचल प्रदेश का नेतृत्व छीना जा सकता है. हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर में चुनाव आयोजित कराए जा सकते हैं.
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