UP Election: SP-RLD को झटका! बड़े नेता ने नामांकन के बाद किया चुनाव लड़ने से इंकार

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 20, 2022, 05:04 PM IST

Image Credit-Twitter/RLD

Jewar Vidhansabha Seat: गुर्जर समुदाय के बड़े नेता अवतार सिंह भड़ाना ने कोरोना पीड़ित होने का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इंकार कर किया है.

डीएनए हिंदी. उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर है. राज्य के पश्चिमी हिस्से पर किसान आंदोलन का क्या असर है, यह इसबार के चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा. हालांकि चुनाव से पहले ही यूपी वेस्ट की जेवर विधानसभा सीट पर सपा-रालोद गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. जेवर विधानसभा सीट से रालोद प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना ने नामांकन भरने के बाद चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है.

गौतमबुद्ध नगर जिले की जेवर विधानसभा सीट  सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना (Avtar Singh Bhadana) ने नामांकन दाखिल करने के तीन दिन बाद गुरुवार को चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. रालोद की तरफ से बताया गया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण भड़ाना ने यह कदम उठाया है.

राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि अवतार सिंह भड़ाना कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जेवर से प्रत्याशी को लेकर पार्टी आलाकमान से बातचीत की जा रही है और जल्दी ही नए नाम की घोषणा की जाएगी.

गौरतलब है कि चार बार सांसद रह चुके भड़ाना फिलहाल मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. भड़ाना ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी छोड़कर रालोद की सदस्यता ग्रहण की थी. भड़ाना ने तीन दिन पहले ही समाजवादी पार्टी और रालोद के गठबंधन प्रत्याशी के रूप में जेवर विधानसभा सीट (Jewar Vidhansabha Seat) से अपना नामांकन दाखिल किया था.

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क्या हार की आहट से पीछे हटे भड़ाना?
अवतार सिंह भड़ाना को गुर्जर समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है. जेवर सिंह पर बड़ी संख्या में गुर्जर समुदाय का वोट भी है. स्थानीय जानकारों की मानें तो इस बार जेवर में हवाईअड्डे की वजह से हवा पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में है.

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लोकल पॉलिटिक्स पर नजदीक से नजर रखने वाले स्थानीय रणनीतिकारों का कहना है कि भड़ाना पहले तो गुर्जर वोटों की तादाद देख यहां बतौर प्रत्याशी पहुंच गए लेकिन जमीन पर हालात देख उन्हें समझ आ गया कि इस चुनाव में गुर्जर वोट पूरी तरह से बंटा हुआ है जबकि ठाकुर, बनिया व अन्य जातियों के वोट भाजपा की तरफ लामबंद दिखाई दे रहे हैं. बसपा से इस सीट पर गुर्जर समुदाय से आने वाले नरेंद्र भाटी को उतारा गया है, जिन्हें बसपा के कैडर वोट के साथ मुस्लिम वोट भी मिलने का अनुमान है. ऐसे में कहा जा रहा है कि भड़ाना कोरोना के बहाने चुनाव मैदान से हट गए.

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जेवर में किस जाति के कितने वोट (अनुमानित)

 

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