डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election Results 2022) के नतीजों में बीजेपी को सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नाम पर एक ऐतिहासिक जीत मिली है लेकिन अब पार्टी चुनावी नतीजों की समीक्षा करने में जुट गई है जिसके लिए संगठन महामंत्री सुनील बंसल (Sunil Bansal) ने मोर्चा संभाल लिया है. इस समीक्षा को सीधे तौर पर पार्टी की 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी से जोड़कर देखा जा सकता है. ऐसे में पार्टी सबसे पहले उन लोगों पर कार्रवाई करेगी जिन्होंने पार्टी में रहकर भी पार्टी को ही नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है.
सुनील बंसल ने की वर्चुअल मीटिंग
दरअसल, बीजेपी का रुख भितरघातियों और निष्क्रिय रहने वालों को लेकर बेहद सख्त हो गया है. इसके लिए सभी जिलों से इनकी सूची मांगी गई हैं जो कि पार्टी को आंतरिक तौर पर नुकसान पहुंचा रहे थे. रविवार को पार्टी पदाधिकारियों संग वर्चुअल बैठक में प्रदेश महामंत्री सुनील बंसल ने दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में अच्छे और गड़बड़ी करने वालों को एक नजर से नहीं देखा जा सकता है और उनमें फर्क करके उनके खिलाफ कार्रवाई भी करनी ही होगी.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भितरघात और गड़बड़ी की शिकायत प्रदेश संगठन के पास पहुंची थीं और ऐसे नाम भी पहुंचे थे जो कि पार्टी में टिकट ना मिलने पर गुटबाजी करके पार्टी को नुक़सान पहुंचा रहे थे. वहीं खबरें हैं कि इनमें कुछ चेहरे ऐसे भी थे जिन्हें पार्टी की सत्ता में वापसी को लेकर ही भरोसा नहीं था, तो वे लोग नई हवा के साथ बहने की गोटियां बिठाने में लगे थे.
2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी
बीजेपी में फिलहाल अभी ऐसे लोगों में कई जनप्रतिनिधि, टिकट के दावेदार और बूथ से लेकर जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर तक के कई चेहरे शामिल हैं. चुनाव के दौरान भी फोन कर ऐसे कई लोगों को चेतावनियां जारी की गई थीं. वहीं चुनावी नतीजे आने के बाद अब पार्टी ने गड़बड़ी करने वालों को चिन्हित करने की मुहिम शुरू कर दी है. विश्लेषकों का कहना है कि पार्टी 2024 की तैयारी को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है और इसीलिए यूपी को फिर एक बार अभेद्य किला बनाना चाहती है.
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जानकारी के मुताबिक ऐसे लोगों पर कार्रवाई की पूरी संभावनाएं हैं जो कि लाभ के पदों पर बैठे हैं और पार्टी को खोखला कर रहे हैं. इसके अलावा बूथ से लेकर ऊपर तक के किसी भी पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जो कि भाजपा में एक नए चेहरों को आकर्षित करने की नीति भी है जिससे लोग पार्टी का अनुशासन देख जुड़ने की कोशिश करें.
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