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Goa Election 2022: चिदंबरम और केजरीवाल Twitter पर भिड़े, दिल्ली के CM ने सुनाई खरी-खरी

गोवा चुनाव को लेकर Twitter पर पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्विटर पर AAP को वोट काटने वाली पार्टी कहा तो दिल्ली के CM ने भी पलटवार किया है.

Goa Election 2022: चिदंबरम और केजरीवाल Twitter पर भिड़े, दिल्ली के CM ने सुनाई खरी-खरी
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डीएनए हिंदी: चुनावों से पहले सोशल मीडिया पर नेताओं की जुबानी जंग काफी तेज हो जाती है. आज भी इसका नजारा देखने को मिला जब Twitter पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जंग हो गई. केजरीवाल ने चिदंबरम के वोट काटने के आरोपों पर दो टूक अंदाज में कहा कि रोना बंद करिए. 

पढ़ें: Assembly Election 2022: Goa में 40 में से 38 विधानसभा सीटों पर BJP लड़ेगी चुनाव, क्यों छोड़ी 2 सीटें?

चिदंबरम के ट्वीट पर केजरीवाल ने दिया जवाब
आज पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'मेरा आकलन है कि आम आदमी पार्टी (और तृणमूल कांग्रेस) गोवा में गैर-भाजपा वोट को केवल खंडित करेगा, श्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पुष्टि की गई है. गोवा में मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है.' इसके जवाब में केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सर, रोना बंद कीजिए- हाय रे, मर गए रे, हमारे वोट काट दिए रे. गोवा के लोगों को जहां उम्मीद दिखेगी वो वहीं वोट करेंगे. कांग्रेस गोवा के लोगों के लिए नहीं बीजेपी के लिए उम्मीद है. 17 में से 15 विधायक बीजेपी में चले गए हैं. 
कांग्रेस गारंटी- कांग्रेस को मिला हर वोट सुरक्षित तरीके से बीजेपी तक पहुंचेगा. बीजेपी को वोट करने के लिए, कांग्रेस के रास्ते सुरक्षित डिलीवरी.'

गोवा में इस बार दिलचस्प है मुकाबला
गोवा में इस बार चुनाव बेहद दिलचस्प होते जा रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी के साथ इस बार आम आदमी पार्टी और टीएमसी भी मैदान में है. अब तक प्रदेश में मुकाबला दोतरफा ही रहता था. कुछ छोटी स्थानीय पार्टियां ही चुनाव लड़ती थीं. आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनावों में भी उम्मीदवार उतारे थे लेकिन कोई सीट नहीं मिली थी. 

पढ़ें: Goa Assembly Elections 2022: कांग्रेस के पास न नेता न चेहरा, TMC-AAP भी दे रहे अलग से टेंशन

गोवा में मुश्किल में है कांग्रेस 
कांग्रेस की स्थिति गोवा में मजबूत नहीं है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, कई मंत्री और पुराने कद्दावर नेता पार्टी छोड़ चुके हैं. कांग्रेस के सामने स्थानीय नेतृत्व की चुनौती है. साथ ही, आप और टीएमसी के मैदान में होने की वजह से वोट कटने की आशंका भी है.
 

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