डीएनए हिंदी. उत्तर प्रदेश में चुनाव (Uttar Pradesh Elections) से पहले दल-बदल का खेल जोर-शोर से चल रहा है. भाजपा के कई नेताओं ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम लिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा छोड़ने से सपा समर्थक बहुत उत्साहित हैं. कहा जा रहा है कि वो अखिलेश की साइकिल की सवारी करने जा रहे हैं.
हालांकि इस बीच अखिलेश के सहयोगी और सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे महान दल (Mahan Dal) के नेता केशव देव मौर्य (Keshav Dev Maurya) ने स्वामी प्रसाद की इस समय सपा में एंट्री पर सवाल उठाए हैं. केशव देव मौर्य ने कहा कि जब चुनाव आते हैं तो स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग एक पार्टी से दूसरी में जाते हैं.
केशव देव मौर्य ने आगे कहा कि उन्होंने हमारे समुदाय के लिए तब आवाज नहीं उठाई, जब वो बसपा और भाजपा में थे. अब वो समाजवादी पार्टी के पास आ रहे हैं, हम उनका स्वागत करते हैं लेकिन चाहते हैं कि वो हमारे लोगों के लिए आवाज उठाएं.
स्वामी प्रसाद के समर्थन में ये नेता दे चुके हैं इस्तीफा
उत्तर प्रदेश भाजपा में मंत्रियों और विधायकों के त्यागपत्र का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य तथा वन मंत्री दारा सिंह चौहान के बाद राज्य सरकार के आयुष खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन मंत्री धर्मसिंह सैनी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
इससे पहले, फिरोजाबाद की शिकोहाबाद सीट से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया. सहारनपुर की नकुड़ सीट से भाजपा विधायक धर्मसिंह सैनी गत मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाते हैं.
आपको बता दें कि अब तक भाजपा के आठ मंत्री और विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. लगभग सभी जनप्रतिनिधियों ने सरकार पर दलितों पिछड़ों और अन्य कमजोर वर्गों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. इस बीच, स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को एक ट्वीट कर अपने इरादे जाहिर किए. उन्होंने कहा, "नाग रूपी आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) एवं सांप रूपी भाजपा को स्वामी रूपी नेवला यू.पी. से खत्म करके ही दम लेगा."