डीएनए हिंदी: आंवला सीट को आम तौर पर बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. इस जगह की धार्मिक मान्यता भी है और कहा जाता है कि यह जगह द्रौपदी का मायका भी है. इस बार मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है और बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायक पर ही दांव लगाया है.
द्रौपदी के मायके में बीजेपी की रही है पकड़
आंवला विधानसभा सीट के बारे में मान्यता है कि यह द्रौपदी का मायका है. कहा जाता है कि बरेली का आंवला क्षेत्र पांचाल नरेश के राज्य में आता था. इस इलाके में बीजेपी की लंबे समय से पकड़ रही है. यहां से बीजेपी के 7 विधायक जीते हैं. पिछले चुनाव में यहां से बीजेपी विधायक धर्मपाल सिंह जीते थे. उन्होंने सपा की लहर में भी 2012 में अपनी सीट बचा ली थी. बीजेपी ने इस बार भी उन पर दांव लगाया है. पिछले चुनाव में ऐसा रहा था हाल:
पार्टी | प्रत्याशी | वोट | वोट% |
बीजेपी | धर्मपाल सिंह | 63165 | 34.76 |
एसपी | सिधराज सिंह | 59619 | 32.81 |
बीएसपी | अगम कुमार मौर्य | 54192 | 29.82 |
धर्मपाल सिंह की इलाके में है मजबूत पकड़
इस इलाके में धर्मपाल सिंह की मजबूत पकड़ रही है. वह अगर इस बार यहां से जीतते हैं तो जीत की हैट्रिक बनाएंगे. सिंह की इलाके में मजबूत पकड़ है. वह 2007 चुनाव हार गए थे लेकिन उन्होंने 2012 में वापसी कर ली थी. 1996 और 2002 में यहां से जीतकर वह प्रदेश की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इस इलाके में उनकी सक्रियता लगभग 3 दशक से है.
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आंवला से कांग्रेस और बीएसपी भी मैदान में
इस बार के चुनावों की बात करें तो आंवला से बीजेपी ने धर्मपाल सिंह को ही उतारा है. कांग्रेस ने ओमवीर यादव और बीएसपी ने लक्ष्मण सिंह लोधी को टिकट दिया है. 14 फरवरी को यहां मतदान होने जा रहा है. यहां राजपूत वोटरों को प्रभावी माना जाता है. इसके अलावा वैश्य और मुस्लिम वोटर भी काफी संख्या में हैं.