डीएनए हिंदी: पिछले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने जो जीत दर्ज की थी उसमें ना केवल भाजपा (BJP) और मोदी लहर की भूमिका थी बल्कि भाजपा के गठबंधन सहयोगी भी मुख्य भूमिका में थे. अपना दल (एस) उनमें से एक रहा है. ऐसे में अपना दल की एक महत्वपूर्ण सीट प्रतापगढ़ सदर रही है. यहां से पिछला चुनाव 2017 में अपना दल के नेता संगम लाल गुप्ता ने जीता था और इस बार भी गठबंधन में यह सीट अपना दल के हिस्से नहीं आ पाएगी क्योंकि पार्टी ने प्रत्याशी वापस ले लिया है जिससे UP Election 2022 अधिक दिलचस्प हो गया है.
कौन है यहां से प्रत्याशी
प्रतापगढ़ के प्रत्याशियों की बात करें तो इस बार यहां मामला सर्वाधिक दिलचस्प हो गया है. दरअसल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के गठबंधन ने यहां से केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) की मां कृष्णा पटेल को सियासी मैदान में उतार दिया है. ऐसे में अनुप्रिया ने अपना प्रत्याशी इस सीट से वापस ले लिया है. वहीं अब भाजपा इस सीट से अपना प्रत्याशी उतार सकती है. कांग्रेस (Congress) ने इस सीट से नीरज तिवारी को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं बसपा (BSP) ने यहां आशुतोष त्रिपाठी को टिकट दिया है.
क्या हैं जातीय समीकरण
आपकों बता दें कि इस सीट पर 3,07,047 मतदाता है जो इस बार चुनाव की दिशा तय करेंगे. प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट के सामाजिक ताने-बाने की बात करें तो यहां वर्मा और मुस्लिम मतदाता अच्छी तादाद में हैं.अन्य पिछड़ी जातियों के साथ ही अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाता भी हैं. ये प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
उपचुनावों में अपना दल था विजयी
साल 2017 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो यहां से संगम लाल गुप्ता अपना दल के टिकट पर जीते थे. वहीं विधायक के लोकसभा जाने पर खाली हुई सीट पर हुए उपचुनावों में अपना दल के ही राजकुमार पाल विजयी रहे थे. उन्होंने सपा के बृजेश वर्मा को 29,721 वोटों के बड़े अंतर हराया था. अब इस बार यह देखना होगा कि UP Election 2022 में इस सीट का दिलचस्प मुकाबला किस नतीजे पर पहुंचता है.
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पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
अपना दल | राजकुमार पाल | 52,949 |
सपा | बृजेश वर्मा | 23,228 |
एआईएमएआईएम | इशार अहमद | 20,269 |
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