डीएनए हिंदी: UP Election 2022 में बसपा की सक्रियता पहले की अपेक्षा बेहद कम है लेकिन टिकटों की खरीद फरोख्त के आरोप पार्टी का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं. इस बार पार्टी के एक कार्यकर्ता ने बसपा के शीर्ष नेतृत्व पर पैसा लेने के बावजूद टिकट न देने के आरोप लगाए हैं. बसपा कार्यकर्ता इतने अधिक भावुक हो गए कि पुलिस स्टेशन के दौरान शिकायत करते हुए ही फूट-फूट रोने लगे. उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा है.
पैसे लेने के बावजूद नहीं दिया टिकट
बसपा के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे बसपा कार्यकर्ता अरशद राणा भावुक हो गए और फूट-फूट कर रोने लगे. उन्होंने कहा, "मैं 24 साल से काम कर रहा हूं, 2018 (2002 यूपी चुनावों के लिए) में औपचारिक रूप से चरथवल से उम्मीदवार घोषित किया गया था, पार्टी से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं मिली है. 50 लाख रुपए की व्यवस्था करने को कहा है. मैं पहले ही लगभग 4.5 लाख रुपए का भुगतान कर चुका हूं." उन्होंने इस दौरान आरोप लगाए कि वो इलाके में पार्टी के लिए लंबे वक्त प्रचार कर रहे हैं जिस पर उनका ही पैसा खर्च हुआ है.
प्रचार कर रहे थे राणा
UP Election 2022 के ठीक पहले बसपा कार्यकर्ता अरशद राणा यह दावा करते हुए बना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसमें वो फूट-फूट कर रोते हुए नजर आए और कहा कि उन्हें यूपी चुनाव में टिकट देने का वादा किया गया था. आगामी चुनावों के लिए होर्डिंग लगाने के बावजूद अंतिम समय में टिकट से वंचित कर दिया गया है.
गौरतलब है एक तरफ इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया है . इसके विपरीत चुनाव से ठीक पहले टिकट खरीदने और धोखेबाजी के आरोपों के कारण बसपा के खिलाफ राजनीतिक माहौल बन सकता है. आपको बता दें कि बसपा पर प्रत्येक विधासनभा या लोकसभा के चुनावों में टिकट बेचने के आरोप लगते रहे हैं.