डीजल हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) में एक-एक सीट बीजेपी (BJP) के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है. ऐसी ही एक सीट कांठ विधानसभा है जहां अभी भाजपा के विधायक हैं लेकिन पार्टी को सपा (Samajwadi Party) द्वारा कड़ी टक्कर मिल रही है. ऐसे में यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि इस बार यह सीट किसकी होती है.
किसने किया किस पर भरोसा
इस सीट पर प्रत्याशियों की बात करें तो बीजेपी ने एक बार फिर इस सीट से अपने सिटिंग विधायक राजेश कुमार चुन्नू को ही टिकट दिया है. इसके अलावा सपा ने यहां कमाल अख्तर को प्रत्याशी बनाया है. वहीं बसपा ने अफाक अली खां पर अपना भरोसा जताया है. खास बात यह है कि मुस्लिम बहुल सीट होने के चलते सपा-बसपा ने अल्पसंख्यक समुदाय का ही प्रत्याशी दिया है.
जाट -मुस्लिम वोट बैंक
जनसांख्यिकी की बात करें तो कांठ में 1.50 से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. इसके अलावा एक बड़ी आबादी जाट मतदाताओं की भी है. वहीं दलित और अन्य वोटर्स भी हैं. यहां जाट-मुस्लिम वोटबैंक चुनाव जिताता है. कांठ सीट पर दलितों की भूमिका भी अहम होती है. ऐसे में यहां सपा के गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल की महत्वता भी बढ़ जाती है.
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पिछले चुनाव का गणित
अगर पिछले साल 2017 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो कांठ विधानसभा सीट पर 2017 में कुल 30.15 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से राजेश कुमार उर्फ चुन्नू ने समाजवादी पार्टी के अनीस-उर-रहमान को 2348 वोटों के मार्जिन से हराया था. UP Election में एक बार फिर बीजेपी की यहां कड़ी परीक्षा होने वाली है.
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
भाजपा | राजेश कुमार चुन्नू | 76,307 |
सपा | अनीस उर रहमान | 73,959 |
बसपा | मोहम्मद नासिर | 43,820 |
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