डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश की राजनीति में पूर्वांचल बेहद अहम है. इस इलाके में 102 सीटें आती हैं. इलाके का महत्व कितना है, इससे समझ सकते हैं कि खुद सीएम योगी इस बार गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए एक बार फिर पूर्वांचल का रुख किया है.
पूर्वांचल में बीजेपी को दिख रही बढ़त
जी न्यूज ओपिनियन पोल में नजर आ रहा है कि इस इलाके में बीजेपी बढ़त में है. बीजेपी को इस इलाके में कोई बड़ा नुकसान होता नहीं दिख रहा है. ऐसा लग रहा है कि बीजेपी और मोदी-योगी की उपयोगी जोड़ी के नारे को जनता पसंद कर रही है. ओपिनियन पोल के मुताबिक नतीजे आए तो सूरत कुछ इस तरह बन सकती है:
पार्टी | सीटें | वोट शेयर |
बीजेपी | 53-59 | 39 |
एसपी | 39-45 | 36 |
बीएसपी | 2-5 | 13 |
कांग्रेस | 1-2 | 6% |
मुख्यमंत्री के तौर पर सीएम पहली पसंद
पूर्वांचल में योगी की पकड़ फिलहाल नजर आ रही है. सर्वे में हिस्सा लेने वाले 48% लोगों ने सीएम के लिए योगी को पसंद किया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती को 9% लोगों और अखिलेश यादव को 35% लोगों ने पसंद किया है. गोरखपुर से ही योगी सांसद भी रहे हैं.
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स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने का नहीं होगा नुकसान?
ओपनियिन पोल से जो बातें सामने आ रही हैं उससे ऐसा लग रहा है कि बीजेपी को मौर्य के जाने से ओबीसी वोटों का खास नुकसान होता नहीं दिख रहा है. बता दें कि पडरौना से अब स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव भी नहीं लड़ रहे हैं. मौर्य के जाने के बाद पडरौना के शाही परिवार से आने वाले कांग्रेस के बड़े नेता आरपीएन सिंह बीजेपी में शामिल हुए हैं.