डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कई सीटों पर मुकाबला रोचक है. एक ऐसी ही सीट है चित्रकूट. राजधानी लखनऊ से 222 किलोमीटर और प्रयागराज से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां से बीजेपी ने वर्तमान विधायक चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय पर भरोसा जताया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने अनिल प्रधान पटेल को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने पुष्पेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है. विधानसभा चुनाव के तहत चित्रकूट विधानसभा सीट के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा.
2017 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी. इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को 90366 वोट मिले जबकि समाजवादी पार्टी के वीर सिंह को 63430 मत मिले. भाजपा ने यह सीट 26936 वोटों के अंतर से जीती थी. 2012 में इस विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने के वीर सिंह ने जीत हासिल की थी.
पूर्व विधायक वीर सिंह और दस्यु सरगना ददुआ के बेटे वीर सिंह का टिकट काटकर इस बार उन्हें मानिकपुर से टिकट दिया था लेकिन वीर सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. बकौल वीर सिंह, उन्होंने चित्रकूट सदर विधानसभा सीट से आवेदन किया था लेकिन पार्टी ने उन्हें मानिकपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया. उनका कहना था कि पार्टी इस सीट से जिसे टिकट देगी वह उनका पूरा साथ देंगे लेकिन वह खुद मानिकपुर विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
धार्मिक महत्व
चित्रकूट राजधानी लखनऊ से 222 किलोमीटर और प्रयागराज से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों के चलते यह क्षेत्र आस्था का एक बड़ा केंद्र है. कहा जाता है कि भगवान राम ने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ यहां लगभग साढ़े 11 साल बिताए थे. प्रतिमाह अमावस्या पर देश भर से चित्रकूट में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमवाड़ा लगता है.