डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 जनवरी को वर्चुअल रैली के जरिए यूपी के सियासी रण में उतरेंगे. प्रधानमंत्री इस वर्चुअल रैली के जरिए उत्तर प्रदेश के पांच जिलों शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, सहारनपुर, गौतमबुद्ध नगर (दादरी/जेवर) के लोगों को संबोधित करेंगे. इसमें 21 विधानसभाएं शामिल होंगी.
चुनाव आयोग के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए 98 मंडलों और 21 विधानसभाओं को कवर करते हुए 100 स्थानों पर प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनने के लिए व्यवस्था की गई है. हर लोकेशन पर 500 लोगों की व्यवस्था होगी जिससे लोगों की कुल संख्या 50 हजार हो जाएगी. इन जगहों पर एलईडी स्क्रीन और कैंपेन वैन भेजी जाएंगी ताकि लोग प्रधानमंत्री का संबोधन सुन सकें.
बीजेपी के पास बड़े पैमाने पर डिजिटल नेटवर्क है. पार्टी डिजिटल मीडियम का उपयोग कर चुनावी कैंपेन को सफल बनाती नजर आई है. प्रधानमंत्री के संबोधन के लिए अब फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि सहित अपने सभी प्लेटफार्मों का उपयोग करने की संभावना है. पार्टी इन 21 विधानसभा क्षेत्रों में 10 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है. विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री का भाजपा के लिए यह पहला संबोधन होगा.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण का मतदान 10 फरवरी और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को होगा. मतगणना 10 मार्च को होगी.
एग्जिट पोल पर रोक
निर्वाचन आयोग ने यूपी चुनाव के बाद एग्जिट पोल पर रोक लगा दी है. यूपी 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक या प्रिंट मीडिया के किसी तरह के एग्जिट पोल के दिखाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.
चुनाव आयोग ने यूपी में 10 फरवरी सुबह 7 बजे से 7 मार्च शाम 6:30 तक एग्जिट पोल (Exit Polls) कराने, प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इसके नतीजों के प्रकाशन या प्रचार पर रोक लगाई है.