डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा की कई सीटें हॉट सीट बन चुकी हैं. इनमें से एक है पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की सरधना विधानसभा सीट. यह विधानसभा क्षेत्र इसलिए भी खास है क्योंकि यहां बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार संगीत सोम ने यहां मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता के बावजूद 97 हजार से ज्यादा वोट लेकर चुनावी रण जीत लिया था. हालांकि इस बार उनकी राह आसान नहीं है.
उनके सामने SP-RLD गठबंधन के प्रत्याशी अतुल प्रधान हैं. अतुल प्रधान साइकिल चुनाव चिह्न से उम्मीदवार हैं. कहा जा रहा है कि अतुल प्रधान संगीत सोम को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. दो बार के विधायक संगीत सोम पर मुजफ्फरनगर के दंगे समेत आधा दर्जन मामले दर्ज हो चुके हैं. हालांकि विशेष कोर्ट ने इस केस को पिछले साल मार्च में बंद कर दिया था. संगीत सोम अखिलेश यादव को मुगल शासक की संज्ञा देते नजर आते हैं. अतुल प्रधान पिछली बार समाजवादी पार्टी के टिकट से 21 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे. प्रधान पर कई मामले दर्ज हैं लेकिन उनका कहना है कि सभी राजनीति से प्रेरित हैं.
यह है सियासी गणित
सरधना विधानसभा सीट पर 1947 के बाद से लगातार चार कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीते. भाजपा को इस सीट पर 6 बार जीत मिली है. बीजेपी नेता संगीत सोम लगातार दो बार से इस सीट से चुनाव जीत रहे हैं. यह भी एक तथ्य है कि अभी तक समाजवादी पार्टी एक बार भी इस सीट पर चुनाव नहीं जीत पाई है.
सरधना विधान सीट पर जातीय आंकड़े की बात करें तो इस पर मुस्लिम मतदाता यहां प्रत्याशी की जीत में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में 3,33,017 इलेक्टर्स हैं. इनमें करीब 90 हजार मुस्लिम हैं. मुस्लिम के अलावा जाटव मतदाता 50 हजार, ठाकुर 40 हजार, सैनी 40 हजार, गुर्जर 35 हजार और जाट वोटर लगभग 32 हजार हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार संगीत सोम को 97, 921 वोट मिले थे, जबकि समाजवादी पार्टी के अतुल प्रधान को 76, 296 वोट मिले थे. बीएसपी के हाफिज याकूब 57 हजार और आरएलडी के वकील चौधरी को लगभग 3920 वोट मिले थे.