डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) में भाजपा (BJP) के लिहाज से टांडा विधानसभा एक महत्वपूर्ण सीट है जो कि अंबेडकरनगर जिले के अंतर्गत आती है. पिछली बार इस सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की थी जबकि इसे सपा और बसपा का गढ़ माना जाता है. ऐसे में अब सवाल यह है कि क्या सपा और बसपा के गढ़ में भाजपा वो जीत फिर हासिल कर पाएगी जो उसने पिछले 2017 के विधानसभा चुनावों में हासिल की थी.
इन प्रत्याशियों पर है दांव
अंबेडकरनगर कि टांडा सीट से इस बार भाजपा ने अपने सिटिंग विधायक की बजाय कपिल देव वर्मा को टिकट दिया है. वहीं समाजवादी पार्टी ने इस सीट से राम मूर्ति वर्मा को टिकट दिया है. वहीं BSP ने इस सीट से शबाना खातून को टिकट दिया है और कांग्रेस ने यहां मेराजुद्दीन किछौछवी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में अब यह देखना होगा कि इस सीट पर किसकी किस्मत चमकती है.
क्या है सामाजिक समीकरण
टांडा विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. इस सीट पर मुस्लिम मतदाता की आबादी एक लाख के करीब है. वहीं दूसरे नंबर पर दलित मतदाता हैं. इनकी संख्या 70 हजार है. वहीं कुर्मी मतों की संख्या 28 हजार, 23 हजार यादव, 18 हजार राजभर और 17 हजार निषाद मतदाता हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि मुस्लिम मतदाता इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं.
क्या रहा है पिछला समीकरण
आपको बता दें कि टांडा विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में आती है. 2017 में टांडा में कुल 36.35 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से संजू देवी ने समाजवादी पार्टी के अजीम-उल-हक पहलवान को 1725 वोटों के मार्जिन से हराया था. इससे पहले यहां सभी चुनावों में मुख्य टक्कर सपा और कांग्रेस के बीच देखने को मिलती थी. ऐसे में इस बार यह देखना होगा कि बीजेपी 2017 का इतिहास UP Election 2022 में दोहरा पाती है या नहीं.
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पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
भाजपा | संजू देवी | 74,768 |
सपा | अजीम-उल-हक पहलवान | 74,043 |
बसपा | मनोज कुमार वर्मा | 49,526 |
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