डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश चुनाव अब अंतिम चरणों की तरफ बढ़ रहा है. महज दस तीन बाद पांच राज्यों के चुनाव परिणाम लोगों के सामने आएंगे. चुनाव प्रक्रिया खत्म होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार राज्यों में भाजपा के नेतृत्व में फिर से सरकार बनने का दावा किया है.
चुनाव में क्या होने वाला है?
Zee News के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी को दिए इंटरव्यू में जेपी नड्डा ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव है. चार स्थानों पर हम सरकार में हैं. पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यहां हम आराम से सरकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक पंजाब का सवाल है वहां हम 65+ सीटों में चुनाव लड़ रहे हैं. पहले हम वहां कुछ इलाकों में ही सीमित थे. हम वहां भी बेहतर करेंगे. यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हम सरकार बना रहे हैं.
अखिलेश की सोशल इंजीनियरिंग भाजपा पर पड़ेगी भारी?
जेपी नड्डा ने कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने हमेशा सोशल इंजीनियरिंग की. पहले कांग्रेस, फिर बीएसपी और अब रालोद के साथ संबंध जोड़ा. ये लोग राजनीति को गणित की तरह लेते हैं और जोड़-घटा करते हैं. ये भूल जाते हैं कि राजनीति केमिस्ट्री है. नेता मिल सकते हैं, पार्टियां मिल सकती हैं लेकिन वोटर नहीं मिलता है. आज वोटर बहुत सजग है. इसीलिए अखिलेश यादव फेल हुए. आज लोगों की केमिस्ट्री मोदी और योगी के साथ है.
क्या यूपी में भाजपा को मिलेगा मुस्लिम वोट?
भाजपा अध्यक्ष से जब सवाल किया गया कि उनकी पार्टी 80 नंबर का ही attempt क्यों करती है, जबकि उनके विरोधी पूरे 100 नंबर का प्रयास करते हैं तो उन्होंने कहा कि हम तो 100 नंबर का प्रयास करते हैं. इसीलिए हमारी भाषा में सबको साथ लेकर चलने की बात होती है.
पढ़ें- एक नहीं इस बार चार 'अखिलेश यादव' हैं मैदान में, क्या बदलेंगे जीत के समीकरण?
उन्होंने कहा कि यह हम जानते हैं कि 20 नंबर का उत्तर हमें नहीं मिल सकता है या हमारे फेवर का नहीं जा सकता है लेकिन हमारे विरोधी तो 20 फीसदी का ही प्रयास करते हैं. जेपी नड्डा ने कहा कि हम मुद्दा आधारित राजनीति करते हैं. हमने किसी धर्म के लिए कुछ नहीं कहा. हम सभी के लिए काम करते हैं.
केजरीवाल पर लगे आरोपों को बताया गैर जिम्मेदाराना
जब नड्डा से सवाल किया गया कि आपने केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाया तो उन्होंने कहा कि हमने केजरीवाल पर कोई आरोप नहीं लगाया. उनके पुराने मित्र ने लगाया है. केंद्र सरकार इसकी जांच करेगी. जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं. केजरीवाल ने अभी तक इसका खंडन नहीं किया है. यह गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है और यह देश के लिए बहुत खतरनाक है.