डीएनए हिंदी: उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को बीजेपी ने 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है. अब तक खबर आ रही थी कि रावत प्रदेश पार्टी कमान से नाराज हैं और वह अपनी बहू और एक विधायक के साथ दिल्ली आए हुए थे. इससे पहले कि वह 3 टिकट की अपनी मांग मनवाने के लिए हाई कमान से मिलते, बीजेपी ने उन्हें ही बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
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कांग्रेस में वापसी करेंगे रावत
बीजेपी ने हरक सिंह रावत को 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है. अब यह तय माना जा रहा है कि वह कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं. बताया जा है कि वह बीजेपी हाईकमान में अपनी बात रखने के लिए दिल्ली पहुंचे थे. वह बहू और एक विधायक को भी साथ लेकर आए थे. हरक सिंह रावत ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था लेकिन 2017 का चुनाव उन्होंने बीजेपी के टिकट पर लड़ा था कैबिनेट मंत्री भी बने.
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अपने लिए 3 टिकट मांग रहे थे रावत
हरक सिंह रावत अपने लिए प्रदेश में 3 टिकट मांग रहे थे. वह खुद केदारनाथ सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और बहू अनुकृति गुंसाई के लिए लैंडस्डाउन सीट की मांग की थी. इसके अलावा, वह यमकेश्वर सीट पर भी अपनी पसंद के उम्मीदवार को टिकट दिलवाना चाहते थे. यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वह कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं.
पार्टी कोर ग्रुप बैठक में नहीं हुए थे शामिल
बता दें कि उत्तराखंड में पार्टी कोर ग्रुप की बैठक में वह नाराजगी की वजह से शामिल नहीं हुए थे. रविवार को वह बहू और विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ दिल्ली पहुंचे थे. वह अमित शाह और बीजेपी हाई कमान से मिलना चाहते थे. इससे पहले की उनकी मुलाकात होती, बीजेपी हाईकमान ने उन्हें ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.