डीएनए हिंदी: पंजाब (Punjab) में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) हिमाचल (Himachal) के विधानसभा चुनावों ( Assembly Election) की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) आम आदमी पार्टी की राह में लगातार मुश्किलें बढ़ा रही है. हिमचाल प्रदेश आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशिप ही बीजेपी में शामिल हो चुकी है. जिन नेताओं के सहारे अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी की चुनावी राज्य में मजबूत कर रहे थे उन्हीं नेताओं को बीजेपी ने अपने खेमे में शामिल कर लिया है.
दिग्गज नेताओं के आने से बीजेपी में AAP के बड़े स्तर पर कार्यकर्ता भी आएंगे. चुनाव से पहले ही अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लग चुका है. इसकी शुरुआत 8 अप्रैल से ही हो चुकी है. इसी दिन AAP के प्रदेश अध्यक्ष अनूप केसरी, संगठन महामंत्री सतीश ठाकुर और ऊना अध्यक्ष इकबाल सिंह ने बीजेपी का हाथ थाम लिया था. आम आदमी पार्टी ने तत्काल रिएक्शन देते हुए कहा था कि इन नेताओं को निकालने की तैयारी हम पहले ही कर रहे थे.
हिमाचल: AAP के प्रदेश अध्यक्ष ही हुए बीजेपी में शामिल, चुनाव से पहले केजरीवाल को लगा बड़ा झटका
AAP की जड़ें हिलाने में जुटी BJP
अनूप केसरी और सतीश ठाकुर उन नेताओं में शुमार रहे हैं जिन्होंने हिमाचल प्रदेश में AAP की पैठ मजबूत की. उन्होंने सूबे में आम आदमी पार्टी का कैडर तैयार किया था. ऐसे में उनके जाने से पार्टी को नुकसान होना तय है. अब आम आदमी पार्टी भी भरपाई की कोशिशों में जुटी है. बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने हिमाचल प्रदेश में AAP की जड़ें हिला दी हैं.
महिला वोटरों के लिए यह है खास प्लान
बीजेपी महिला वोटरों को भी साधने की कोशिशों में जुटी है. आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रमुख ममता ठाकुर भी बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं. ममता ठाकुर को लेकर भी महिलाओं में क्रेज रहा है. ऐसे में उनके भी AAP छोड़ने से पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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BJP से बदला लेने के लिए क्या है AAP की प्लानिंग?
आम आदमी पार्टी अपने दिग्गज नेताओं के जाने की वजह से परेशानी में पड़ गई है. बीजेपी से बदला लेने के लिए टीम अरविंद केजरीवाल ने खास प्लानिंग की है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि बीजेपी के 1,000 नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे. दिग्गजों के जाने का बदला तभी पूरा होगा जब 1,000 कार्यकर्ता AAP में जुड़ जाएंगे. टीम केजरीवाल एक के बाद एक बीजेपी को तगड़ा झटका दे रही है.
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दल-बदल गेम में BJP को मुंहतोड़ जवाब दे रही है AAP
दल-बदल की शुरूआत बीजेपी ने की है लेकिन आम आदमी पार्टी मुंहतोड़ जवाब देने में जुट गई है. बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हरमेल धीमान को ही शामिल करा लिया है. हरमेल धीमान हिमाचल प्रदेश की राजनीति के दिग्गजों में शुमार हैं. पिछड़े वर्ग के वोटर में भी उनकी मजबूत पैठ है. उनके अलावा 3 और बड़े नेता भी शामिल हो गए हैं. 20 स्थानीय नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी की राह चुनी है. मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि ब्लॉक स्तर के 1,000 नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारी भंग, क्या है AAP का अगला कदम?
11 अप्रैल को आम आदमी पार्टी ने अपनी कार्यकारी को भंग कर दिया था क्योंकि कार्यकारिणी का शीर्ष नेतृत्व तो पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुका है. ऐसे में दल-बदल की चुनौतियों के बीच अरविंद केजरीवाल के लिए पंजाब जैसी जीत दर्ज करना आसान तो नहीं है.
दोहरी चुनौती से कैसे निपटेगी AAP?
बीजेपी कोशिश में जुटी है कि हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर उसी की सरकार बने. 2017 के विधानसभा चुनावों में मिली जीत को 2022 में बीजेपी गंवाना नहीं चाहती है. हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं. हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. कांग्रेस ने 21 सीटें जीत ली थीं और अन्य को 3 सीटें मिली थीं.
हिमाचल प्रदेश में AAP की टक्कर सिर्फ सत्तारूढ़ बीजेपी से ही नहीं है बल्कि कांग्रेस से भी है. ऐसे में दोहरी चुनौती केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा सकती है. वहीं बीजेपी 4 दशकों के रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश कर रही है कि कैसे सूबे में दोबारा सरकार की वापसी हो. 4 राज्यों में बीजेपी की सत्ता में वापसी यही इशारा कर रही है कि हिमाचल में पार्टी की राह इतनी भी मुश्किलों भरी नहीं है.
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