डीएनए हिंदी: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) में इस बार बाजी किस दल के हाथ लगेगी, यह फैसला होने में समय बाकी है. हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर 413 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 12 नवंबर को मतदान के बाद तय होगा. इससे पहले इन उम्मीदवारों का आर्थिक लेखा-जोखा सामने आ गया है. साल 2017 में चुनी गई मौजूदा विधानसभा के 58 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो इस बार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें से 49 विधायकों की संपत्ति में पिछले पांच साल के दौरान बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
जानिए कौन है इस बार सबसे अमीर विधायक
हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच (Himachal Pradesh Election Watch) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) ने इस बार चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में उम्मीदवारों का इनकम लेवल, क्रिमिनल रिकॉर्ड और संपत्ति का आकलन किया गया है. यह आकलन उम्मीदवारों की तरफ से अपने नामांकन के दौरान जमा किए गए सेल्फ अटेस्टेड एफिडेविट के आधार पर किया गया है.
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इस रिपोर्ट के आधार पर देखा जाए तो भाजपा विधायक बलबीर सिंह वर्मा (BJP MLA Balbir Singh Verma) इस बार सबसे अमीर उम्मीदवार के तौर पर उतर रहे हैं. चौपाल सीट (Chaupal Assembly Seat) से विधायक वर्मा की संपत्ति पिछले पांच साल के दौरान करीब 37.71 करोड़ रुपये बढ़ गई है. उनकी कुल संपत्ति करीब 128.45 करोड़ रुपये है, जो साल 2017 में 90.73 करोड़ रुपये थी.
इन विधायकों की संपत्ति में भी करोड़ों का इजाफा
मंडी (Mandi Assembly Seat) से भाजपा विधायक अनिल शर्मा (BJP MLA Anil Sharma) भी फिर से मैदान में हैं. अनिल भी ऐसे विधायक हैं, जिनकी संपत्ति में पिछले पांच साल के दौरान करोड़ों रुपये का इजाफा हुआ है. साल 2017 में अनिल ने अपनी संपत्ति 40.24 करोड़ रुपये बताई थी, जो अब बढ़कर 57.84 करोड़ रुपये हो गई है. उनके अलावा कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह (Congress MLA Vikramaditya Singh) और आशीष बुटेल (Congress MLA Ashish Butel) की संपत्ति भी करोड़ों रुपये बढ़ी है.
किस पार्टी के विधायकों की संपत्ति घटी
रिपोर्ट के आधार पर देखा जाए तो फिर से चुनाव में उतर रहे 9 विधायकों ने अपनी संपत्ति में कमी दिखाई है यानी साल 2017 के मुकाबले 2022 में उनकी संपत्ति घटी है. इन विधायकों में 5 सत्ताधारी भाजपा के हैं, जबकि 4 विधायक कांग्रेस के हैं.
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