डीएनए हिंदी: नेपाल की सीमा से सटे महाराजगंज जिले के नौतनवा इलाके में बाहुबली नेता और पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी का दबदबा है. अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी इस वक्त जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं. दोनों को मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में दोषी ठहराया गया है. अमरमणि भले ही जेल में हों लेकिन नौतनवा विधानसभा सीट पर उनके परिवार का दबदबा आज भी देखने को मिलता है.
नौतनवा विधानसभा सीट से अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी इस समय विधायक हैं. उन्होंने पिछला विधानसभा चुनाव बतौर निदर्लीय प्रत्याशी जेल में रहकर जीता था. अमनमणि त्रिपाठी पिछले चुनाव के वक्त अपनी पत्नी सारा की हत्या के आरोप में जेल में थे. अमनमणि को पहले सपा ने प्रत्याशी बनाया था लेकिन उनपर आरोप लगने के बाद सपा ने कुंवर किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था.
पिछले चुनाव में क्या रहा परिणाम
नौतनवा विधानसभा सीट पर अमनमणि त्रिपाठी ने पिछले चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. उन्हें 79 हजार 666 वोट मिले थे. सपा यहां दूसरे नंबर पर रही थी. सपा प्रत्याशी को इस सीट पर 47 हजार 410 वोट मिले थे जबकि भाजपा को 45 हजार वोट नसीब हुए. बसपा यहां महज 26 हजार वोटों के साथ चौथे नंबर पर रही थी.
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
अमनमणि त्रिपाठी (विजेता) | निर्दलीय | 79,666 |
कुंवर कौशल किशोर | सपा | 47,410 |
समीर त्रिपाठी | भाजपा | 45,050 |
एजाज अहमद | बसप | 26,210 |
इसबार कौन-कौन मैदान में?
अमनमणि त्रिपाठी को इसबार बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. उनके पिता भी साल 2002 में बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. अमरमणि त्रिपाठी 1996 में कांग्रेस और 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे. नौतनवा विधानसभा सीट पर भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी ने ऋषि त्रिपाठी को अपना उम्मदीवार बनाया है. सपा ने यहां कुंवर किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को मैदान में उतारा है.
नौतनवा के जातीय समीकरण
नौतनवा विधानसभा सीट पर करीब 3.5 लाख मतदाता है. यहां ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. इस सीट पर ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या करीब 85 हजार है. इसके बाद 70 हजार दलित वोटर्स, 65 हजार मुस्लिम वोटर्स, 60 हजार यादव वोटर्स, 46 हजार बनिया वोटर्स और 25 हजार क्षत्रिय वोटर्स हैं.
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