डीएनए हिंदी: कांग्रेस पार्टी लगातार 'सॉफ्ट हिंदुत्व' कार्ड खेलकर अपनी खोयी हुई जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है. रविवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जयपुर में आयोजित की गई रैली में हिंदू और हिंदुत्ववादी में फर्क बताते हुए कहा कि हमें फिर हिंदुओं का राज वापस लाना है. राहुल गांधी के इस बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उनपर भड़क उठे.
ओवैसी ने राहुल पर ट्वीट कर तंज कसा. ओवसी ने ट्वीट कर कहा, "राहुल और कांग्रेस ने हिंदुत्व के लिए जमीन तैयार की. अब वे बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं. 2021 में "हिंदुओं को सत्ता में लाना" एक "धर्मनिरपेक्ष" एजेंडा है. वाह!"
ओवैसी ने आगे कहा कि भारत सभी भारतीयों का है. अकेले हिंदुओं का नहीं. भारत सभी धर्मों के लोगों का है और उन लोगों का भी जिनका कोई विश्वास नहीं है.
क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने जयपुर रैली में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ये देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं. उन्होंने कहा कि 2014 से इन लोगों का राज है, हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं और हमें एक बार फिर इन हिंदुत्ववादियों को बाहर निकालना है और एकबार फिर हिंदुओं का राज लाना है.
उन्होंने कहा, "हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्द एक नहीं है. ये दो अलग-अलग शब्द हैं और इनका मतलब भी अलग है. मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं. महात्मा गांधी हिंदू और गोडसे हिंदुत्ववादी. चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है."
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा, "हिंदू कौन- जो सबसे गले लगता है... हिंदू कौन- जो किसी से नहीं डरता है... हिंदू कौन- जो हर धर्म का आदर करता है... वो है हिंदू... आप हमारे कोई भी शास्त्र पढ़ लीजिए... रामायण पढ़िए, महाभारत पढ़िए, गीता पढ़िए, उपनिषद् पढ़िए, मुझे दिखा दीजिए कहां लिखा है कि किसी गरीब को मारना है, कहां लिखा है किसी कमजोर व्यक्ति को कुचलना है मुझे दिखा दीजिए... कहीं नहीं लिखा."