डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को बाहर करने का एक बयान पंजाब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. एक तरफ जहां पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Election 2022) के बीच इस बयान को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस पर हमलावर हैं. वहीं अब अपनी पार्टी के नेताओं ने चरणजीत सिंह चन्नी को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है और दबे शब्दों में उन पर हमला बोला है.
मनीष तिवारी ने जताई नाराजगी
कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व को लेकर बगावत कर रहे सांसद मनीष तिवारी सीएम चन्नी से पहले से ही काफी नाराज हैं और आए दिन उन पर हमला बोलते रहते हैं. वहीं अब उन्होंने भैया विवाद को लेकर ट्वीट किया जिसमें दबे शब्दों में चन्नी को निशाने पर लिया. मनीष तिवारी ने कहा, “ यह हरित क्रांति की शुरुआत में पंजाब आने वाले प्रवासियों के खिलाफ एक दुर्भाग्यपूर्ण और संस्थागत सामाजिक पूर्वाग्रह को दर्शाता है.”
उन्होंने अपने परिवार का जिक्र करते हुए कहा, “मेरी मां जाट सिख होने और मेरे पिता पंजाब की सियासत के प्रमुख नेता होने के बावजूद पंजाबी-पंजाबियत, हिंदू-सिख एकता के लिए अपना जीवन लगा दिया.” उन्होंने कहा, “नाम के कारण उनके पीठ पीछे कहा जाता है कि ‘एह भैया किठो आगा’. बकौल उनके, यह पंजाबी के सबसे अच्छे अपशब्दों में शुमार है. हमें इसे जड़ से खत्म करना होगा. मनीष तिवारी ने कहा है कि ऐसे विचारों का पंजाब के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों में कोई स्थान नहीं होना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने भी जताई असहमति
वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह Digvijay Singh) ने भी दबे मुंह चरणजीत सिंह चन्नी पर परोक्ष रूप से हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता फिलहाल पिछड़ा या आदिवासी मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि सरकार बनाने लायक बहुमत लाने की है. स्पष्ट है कि वो चन्नी के लिए Punjab Election 2022 में बहुमत लाने की चुनौती रख रहे हैं.
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यूपी में बैकफुट पर कांग्रेस
जिस वक्त चरणजीत सिंह चन्नी ने यूपी बिहार के लोगों पर आपत्तिजनक बात कही उस दौरान यूपी कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उनके बगल में खड़ी हंसते हुए ताली बजा रही थीं. ऐसे में अब विपक्ष चन्नी के बयान के लिए प्रियंका को भी निशाने पर ले रहा है. ऐसे में चन्नी के उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने पर भी संशय है. यूपी कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि चन्नी के आने से यूपी चुनाव में यह मुद्दा बड़ा हो सकता है जिसका नुकसान बीजेपी के हिस्से में आ सकती है.
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