डीएनए हिंदी: शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पंजाब चुनाव से पहले मजीठिया पर एक बार फिर एफआईआर दर्ज की गई है. एडीसीपी सिटी-1 नवजोत सिंह ने बताया कि मजीठिया ने गोल्डन गेट पर COVID19 मानदंडों का उल्लंघन किया.
इस बारे में फ्लाइंग स्क्वाड मजिस्ट्रेट मंजीत कुमार से एक आवेदन मिला. इसके बाद शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि मजीठिया का स्वागत करने के लिए करीब 200-250 लोग जमा थे. इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर जाने से पहले स्वागत करने के लिए लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने नियमों की धज्जियां उड़ाईं. चुनाव आयोग ने पहले 15 जनवरी तक किसी भी रैली और रोड शो के आयोजन पर रोक लगा दी थी. इसके बाद आयोग ने इसे 22 जनवरी तक बढ़ा दिया है.
ड्रग्स केस में अंतरिम जमानत
हाल ही मजीठिया को ड्रग्स केस में अंतरिम जमानत मिली है. जमानत पर बाहर आने के बाद बिक्रम मजीठिया ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर साजिश के तहत मामला दर्ज करने का आरोप लगाया था.
मजीठिया का कहना था कि मुख्यमंत्री चन्नी और डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने राजनीति प्रतिरोध के तहत उनपर मामला दर्ज किया है. दिसंबर में बिक्रम मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स मामले में एफआईआर दर्ज की गई और इसके बाद से वह गायब चल रहे थे.
इस केस में पंजाब के पूर्व मंत्री को सुनवाई की अगली तारीख तक देश न छोड़ने को भी कहा गया है. इसके साथ ही वॉट्सएप के जरिए लाइव लोकेशन जांच एजेंसी के साथ साझा करने के लिए भी कहा गया है.