डीएनए हिंदी: पंजाब में कांग्रेस के सीएम फेस चरणजीत सिंह चन्नी (charanjit singh channi) को करारी शिकस्त मिली है. उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार लाभ सिंह उगोके (labh singh ugoke) ने 37,558 वोटों से शिकस्त दी. रिजर्व भदौड़ विधानसभा सीट से लड़े लाभ सिंह उगोके 2013 में एक वॉलेंटियर के रूप में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए थे. उगोके के पिता एक ड्राइवर हैं जबकि उनकी मां सरकारी स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं.
मोबाइल रिपेयर की दुकान
35 साल के लाभ सिंह उगोके मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाते थे. उगोके चन्नी की पृष्ठभूमि पर सवाल उठाते रहे हैं. उन्होंने हाल ही कहा था कि मुख्यमंत्री चन्नी ने आम आदमी का मुखौटा पहन रखा है. उन्होंने दावा किया कि चन्नी को भदौड़ के लोगों की समस्याओं की जानकारी नहीं है. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि चन्नी साहब को भदौड़ के 10 गांवों के नाम भी नहीं पता. चन्नी साहब के लिए भदौड़ एक 'हलका' है जबकि मेरे लिए परिवार है.
12वीं पास हैं उगोके
उगोके 12वीं पास हैं. उन्होंने चन्नी के 111 दिन के कार्यकाल पर सवाल उठाया था. उन्होंने दावा किया था कि चमकौर साहिब की तरह चन्नी भदौड़ से भी हारेंगे. भदौड़ सीट में 74 गांव शामिल हैं. उगोके स्कूलों की खराब स्थिति, खराब स्वास्थ्य सुविधाओं और टूटी सड़कों पर सवाल उठा चुके हैं. अब देखना होगा कि उगोके भदौड़ के विकास के लिए क्या कदम उठाते हैं.
बरनाला जिले में भदौर (एससी) विधानसभा क्षेत्र उस समय सुर्खियों में आया जब कांग्रेस ने चन्नी को दूसरी सीट से पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा. मुख्यमंत्री चन्नी अपने गृह क्षेत्र रूपनगर जिले की चमकौर साहिब विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़े और वहां भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी चुनाव से पहले दावा किया था कि चन्नी दोनों सीटों से हारेंगे.
पार्टी के प्रति वफादारी
पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पिरमल सिंह धौला को उम्मीदवार घोषित किया था. उस वक्त भी टिकट के दावेदारों में लाभ सिंह शीर्ष पर थे लेकिन पार्टी ने पिरमल को टिकट दे दिया. लाभ सिंह ने भी पार्टी के प्रति वफादारी जताते हुए पिरमल का साथ दिया.
इस विधानसभा चुनाव से पहले पिरमल पार्टी से दो वर्ष बाद ही बगावत कर नई पार्टी में चले गए. ऐसे में पार्टी में अपनी इमेज बनाने में कामयाब रहे लाभ सिंह ने इस सीट पर दावेदारी ठोक दी. हाल ही उगोके को कथित रूप से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने घेर लिया था. कुछ कार्यकर्ताओं ने उगोके का रास्ता रोक उनपर हमला कर दिया था. कहा जा सकता है कि भले ही कांग्रेस उन्हें जमीन पर घेरने की कोशिश कर रही थी लेकिन चुनाव के नतीजों ने सीएम फेस चरणजीत सिंह चन्नी को पटखनी दे दी.