डीएनए हिंदी: राजनीति में सब संभव है. पंजाब की मोगा विधानसभा सीट को ही ले लीजिए. इस सीट पर कांग्रेस, एक्टर सोनू सूद की बहन मालविका और मौजूदा विधायक हरजोत सिंह कमल की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है. हरजोत कमल कांग्रेस के बागी हैं. वह सोनू सूद की बहन मालविका सूद को टिकट देने के बाद कांग्रेस से नाराज हो गए थे. इस बार वह बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं.
क्यों कांग्रेस के लिए अहम है चुनाव
कांग्रेस हरजोत को दरकिनार कर मालविका सूद को तवज्जो देती रही है. यहां तक कि मालविका सूद को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके घर जाकर कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी. सिद्धू ने तो यहां तक कह दिया था कि राजनीति के इतिहास में ऐसा कभी कभार होता है. यानी मोगा सीट कांग्रेस के लिए बड़ा मुद्दा है.
कांग्रेस में शामिल होते ही विधायक हरजोत कमल ने मालविका सूद का विरोध करना शुरू कर दिया था. हरजोत कमल ने यहां तक कह दिया था कि चाहे किसी दूसरी पार्टी या फिर निर्दलीय चुनाव ही क्यों न लड़ना पड़े, वह मोगा से ही चुनाव लड़ेंगे. पिछले दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का विरोध किया था.
वहीं आम आदमी पार्टी ने इस सीट से डॉ. अमनदीप कौर को टिकट दिया है तो अकाली दल ने बरजिंदर सिंह बरार को उम्मीदवार बनाया है. वैसे इस सीट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. 40 साल में कांग्रेस ने यहां से 6 बार जीत दर्ज की है. देखना दिलचस्प होगा कि जनता पार्टी के साथ जाती है या किसी उम्मीदवार को अपना नेता चुनती है.
रोचक मुकाबला
मोगा सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था. यहां करीब 2 लाख वोटर हैं. हरजोत ने आम आदमी पार्टी के रमेश ग्रोवर को महज 1764 वोटों से शिकस्त दी थी. हरजोत को 52357 और राजेश को 50593 वोट मिले थे.