डीएनए हिंदी: पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इससे पहले कई हॉट सीटों पर सियासी चर्चा तेज हो गई है. एक ऐसी ही हॉट सीट है गिद्दड़बाहा. इस सीट पर कांग्रेस ने राज्य के परिवहन मंत्री राजा अमरिंदर वारिंग को टिकट दिया गया है.
वारिंग इस सीट पर पिछले दो विधानसभा चुनावों से कब्जा जमाए हैं. यदि वह इस बार चुनाव जीतते हैं तो उनकी हैट्रिक हो जाएगी. 44 साल के वारिंग के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल ने पूर्व की तरह हरदीप सिंह डिंपी को टिकट दिया है. वारिंग ने डिंपी के खिलाफ पिछले विधानसभा चुनाव में 16212 वोटों से जीत दर्ज की थी. आम आदमी पार्टी ने प्रीतपाल शर्मा और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस ने ओम प्रकाश बब्बर को टिकट दिया है.
प्रकाश सिंह बादल की पारंपरिक सीट
गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री और 94 साल के प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल की पारंपरिक सीट रही है. उन्होंने पंजाब के गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से 1969 से लेकर 1985 तक पांच बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. इसके बाद वह 1997 से 2017 तक लांबी विधानसभा सीट से लड़े और पांच बार फतह हासिल की.
हरसिमरत से हार चुके हैं वारिंग
वारिंग को लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने बठिंडा सीट से टिकट दिया था लेकिन शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की उम्मीदवार हरसिमरत कौर बादल ने उन्हें 21,772 वोट के अंतर से शिकस्त दी थी. जिला श्री मुक्तसर साहिब से विधानसभा के निर्वाचित सदस्य वारिंग दिसंबर 2014 से मई 2018 तक भारतीय यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. बचपन में ही उनके परिजनों का देहांत हो चुका है. उन्हें पहले राजा सोथा के नाम से जाना जाता था, सोथा उनके ननिहाल का नाम था. बाद में उन्होंने अपने पैतृक गांव वारिंग के नाम का उपयोग करना शुरू कर दिया. इस सीट पर कुल 164,616 इलेक्टर्स हैं.