डीएनए हिंदी: Punjab Elections 2022 को लेकर कांग्रेस पार्टी की स्थिति डांवाडोल हैं. इसको देखते हुए हाल ही प्रदेश नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी प्रत्येक छोटे मुद्दे को छूने की कोशिश कर रहे हैं. इसका नतीजा ये है कि अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य में हिन्दुओं को लुभाने के लिए कृष्ण बलराम रथयात्रा को राज्य उत्सव घोषित कर दिया है. खास बात ये है कि राज्य के लगभग सभी राजनीतिक दल इस रथयात्रा में रुचि ले रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने किया ऐलान
पंजाब सरकार ने हाल ही में एक आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया है कि श्रीकृष्ण-बलराम रथयात्रा को मुख्यमंत्री द्वारा राज्य उत्सव घोषित किया गया है. इस बयान में कहा गया, "मुख्यमंत्री ने लुधियाना के इस्कॉन मंदिर के लिए 2.51 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की है."
पंजाब सरकार द्वारा दिए गए इस बयान में कहा गया, "श्री कृष्ण-बलराम रथयात्रा को राज्य उत्सव के तौर पर हर साल पंजाब सरकार द्वारा मनाया जाएगा. इस पवित्र पुस्तक ने सभी के जीवन को दिशा दी है. युवाओं को गीता की शिक्षाओं को ग्रहण करना चाहिए और अपने जीवन में उनका अनुकरण करना चाहिए."
अनुसंधान विकसित कर रही सरकार
Punjab Elections 2022 से पहले चन्नी सरकार द्वारा लिए गए डिसीजन को हिन्दुओं को लुभाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, पंजाब सरकार पटियाला में भगवद् गीता और रामायण अनुसंधान केंद्र विकसित कर रही है." मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से कहा गया, "धार्मिक पुस्तकें प्रेरणा के सबसे बड़े स्रोत हैं, जो हमारे बेहतर जीवन के लिए मार्गदर्शन करते हैं."
आपको बता दें कि इसी वर्ष पंजाब सरकार ने पहला मुस्लिम बहुल जिला बताते हुए मलेरकोटला का गठन किया था जिसे मुस्लिम समाज को खुश करने की एक कोशिश माना जा रहा है. वहीं अब हिन्दुओं लुभाने की कोशिश दर्शाती है कि सीएम चन्नी राज्य के एक-एक वोट पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं.