डीएनए हिंदी: देश की राजधानी नई दिल्ली से सटी गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद विधानसभा सीट पर एकबार फिर से दो पुराने प्रतिद्वंदियों के मुकाबला होने के आसार हैं. साल 2008 में अस्तित्व में आई इस सीट पर पहली बार 2012 विधानसभा चुनाव में वोटिंग हुई थी. तब से एक बार इस सीट पर बसपा और एक बार भाजपा चुनाव जीत चुकी है.
तीनों चुनाव में अलग-अलग दल से लड़े अमरपाल
साहिबाबाद विधानसभा सीट अस्तित्व में आने के बाद यह लगातार तीसरा चुनाव होगा, जब यहां मुकाबला सुनील शर्मा और अमरपाल शर्मा के बीच होगा. सुनील शर्मा भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं वहीं अमरपाल शर्मा लगातार तीसरी बार अलग दल से साहिबाबाद विधानसभा सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
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अमरपाल शर्मा 2012 का विधानसभा चुनाव बसपा, 2017 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे. इसबार वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. 2012 के चुनाव में उन्हें बसपा के टिकट पर जीत हासिल हुई थी जबकि अगले ही चुनाव में भाजपा (BJP) के सुनील शर्मा ने उन्हें रिकॉर्ड मार्जिन से मात दी थी.
2017 विधानसभा चुनाव के परिणाम
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
सुनील शर्मा | भाजपा | 2,62,741 |
अमरपाल शर्मा | कांग्रेस | 1,12,056 |
जलालुद्दीन | बसपा | 41,654 |
2012 विधानसभा चुनाव के परिणाम
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
अमरपाल शर्मा | बसपा | 1,24,332 |
सुनील शर्मा | भाजपा | 99,984 |
सतीश त्यागी | कांग्रेस | 51,195 |
एक तरफ पॉश इलाका, दूसरा तरफ मलिन बस्ती
साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र विविधताओं से भरा हुआ है. एक तरफ इस विधानसभा में जहां कौशांबी, इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली जैसी कॉलोनियां है तो दूसरी तरफ NH-9 के पार खोड़ा जैसी कॉलोनी भी आती है. इस विधानसभा में वोटरों की तादाद 8 लाख से ज्यादा है. इस सीट पर सबसे ज्यादा संख्या ब्राह्मण वोटर्स की है. इसीलिए यहां मुख्य मुकाबला ब्राह्मण उम्मीदवारों के बीच होता रहा है.
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