डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश की सबसे पुरानी और चर्चित विधानसभा सीट कानपुर कैंट पर वोटों की गिनती शुरू हो गई है. शुरुआती रुझानों में कैंट से सपा के हसन रूमी आगे चल रहे हैं. मुस्लिम बहुल इस सीट पर साल 2017 में कांग्रेस ने बाजी मार ली थी.
2017 के चुनाव में हुआ था बड़ा उलट-फेर
पहली बार इस विधानसभा सीट पर किसी मुस्लिम प्रत्याशी ने 2017 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. चुनाव में सोहिल अख्तर अंसारी को 81169 वोट मिले थे. 2017 में कानपुर की 10 विधानसभा सीटों में से 7 सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
2017 का रिजल्ट
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
कांग्रेस | सोहिल अख्तर अंसारी | 81169 |
बीजेपी | रघुनंदन सहाय भदौरिया | 71805 |
बीएसपी | नसीम अहमद | 4079 |
मुस्लिम बहुल सीट कैसे बनी बीजेपी का गढ़
कानपुर कैंट सीट पूरी तरह से शहरी सीट है. यहां 40 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. इसके बाद भी भी 1991 से 2012 तक यहां से बीजेपी की जीत कुछ लोगों को हैरान कर सकती है. इसकी वजह है कि मुस्लिम बहुल इलाका होने के बावजूद भी यह शहरी क्षेत्र है. 60 फीसदी आबादी मिली-जुली है और इसके अलावा यहां ज्यादातर आर्मी परिवार रहते हैं.
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