Uttar Pradesh Election Result से पहले यह काम कर रहे हैं जयंत चौधरी और टिकैत के लोग

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 09, 2022, 11:32 PM IST

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Rakesh Tikait ने 5 मार्च को ट्वीट करके कहा था, "देश की सीमा और कृषि की रखवाली करने के अलावा किसानों को मतों की रक्षा करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए."

डीएनए हिंदी: गुरुवार सुबह 8 बजे उत्तर प्रदेश में मतों की गणना शुरू हो जाएगी. राष्ट्रीय लोक दल (RLD) और किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (BKU) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को होने वाली मतगणना पर नजर रखने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में निर्वाचन कार्यालयों के निकट तंबू लगा दिए हैं.

जहां RLD ने हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है, वहीं बीकेयू के पदाधिकारियों ने कहा कि वह ‘गैर-राजनीतिक’ समूह है. बीकेयू तत्कालीन कृषि कानूनों को समाप्त करने की मांग को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन का हिस्सा रहा है.

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों की 113 विधानसभा सीटों के लिए 10 और 14 फरवरी को मतदान हुए थे. बागपत में RLD के एक कार्यकर्ता ने बताया, "पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी के कई कार्यकर्ता उन केंद्रों के निकट डेरा डाले हुए हैं, जहां गुरुवार को मतों की गिनती होगी."

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BKU के प्रवक्ता धर्मेन्द मलिक ने कहा कि इसी प्रकार, मुजफ्फनगर, शामली, मेरठ, बागपत और अन्य स्थानों पर बीकेयू के सदस्य एवं कार्यकर्ता उन केंद्रों पर नजर गड़ाए हुए हैं, जहां ईवीएम रखे गए हैं. संगठन के प्रवक्ता सौरभ चौधरी ने कहा कि बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी किसानों से अपील की थी कि वे मतपेटियों की निगरानी करें.

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राकेश टिकैत ने पांच मार्च को ट्वीट करके कहा था, "देश की सीमा और कृषि की रखवाली करने के अलावा किसानों को मतों की रक्षा करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए."

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उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, 10 मार्च को होने वाली मतगणना के लिए सभी जिलों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 250 कंपनियां उपलब्ध कराई गई है. इनमें से 36 कंपनियां ईवीएम की सुरक्षा के लिए और 214 कंपनियां मतगणना और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्धारित की गई हैं. प्रत्येक कंपनी में 70 से 80 कर्मी शामिल होते हैं.

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