डीएनए हिंदी: वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. वाराणसी लोकसभा में पांच विधानसभा सीटें आती हैं. इन्हीं में से एक है वाराणसी कैंट विधानसभा सीट. इस सीट को भाजपा का गढ़ भी कहा जाता है. प्रदेश में सरकार किसी की भी हो लेकिन वाराणसी कैंट सीट पर 1991 से अबतक हर चुनाव में भाजपा का कमल ही 'खिल' रहा है. सौरभ श्रीवास्तव इस सीट के मौजूदा विधायक हैं.
एक ही परिवार का कब्जा
वाराणसी कैंट विधानसभा सीट पर साल 1991 से एक ही परिवार का कब्जा है. 1991 और 1993 में भाजपा की ज्योत्सना श्रीवास्तव इस सीट पर विधायक बनीं. 1996 और 2002 में उनके पति हरिश चंद्र श्रीवास्तव ने यहां भाजपा का परचम फहराया. इसके बाद 2002 और 2012 में फिर ज्योत्सना विधायक बनीं और पिछले चुनाव में उनके बेटे सौरभ श्रीवास्तव ने चुनाव जीता.
जानिए कौन है उम्मीदवार
वाराणसी कैंट विधानसभा सीट से भाजपा (BJP) ने मौजूदा विधायक सौरभ श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है. वहीं समाजवादी पार्टी ने पूजा यादव को साइकिल की सवारी करवाई है. कांग्रेस की टिकट पर यहां डॉ. राजेश मिश्रा चुनावी रण में किस्मत आजमा रहे हैं.
ऐसे थे पिछले चुनावों के परिणाम
2017 के चुनावों में इस सीट से भाजपा के सौरभ श्रीवास्तव ने 61,326 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. उन्हें कुल 1,32,609 वोट मिले थे. जबकि दूसरे स्थान पर 71,283 वोटों के साथ कांग्रेस अनिल श्रीवास्तव रहे थे. वहीं तीसरे स्थान पर 14,118 वोटों के साथ बसपा के रिजवान अहमद रहे थे. चौथे स्थान पर भाकपा के अजोए मुखर्जी रहे थे. उन्हें सिर्फ 1,515 वोट प्राप्त हुए थे.
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
सौरभ श्रीवास्तव (विजेता) | भाजपा | 1,32,609 |
अनिल श्रीवास्तव | कांग्रेस | 71,283 |
रिजवान अहमद | बसपा | 14,118 |
जानिए जातीय समीकरण
वाराणसी कैंट विधानसभा सीट पर कुल 436897 वोटर हैं. इनमें 241237 पुरुष मतदाता और 195626 महिला मतदाता हैं. इस सीट पर मुस्लिम और ब्राह्मण मतदाताओं का दबदबा माना जाता है. वहीं बंगाली, कायस्थ, भूमिहार और ठाकुर वोटर निर्णायक की भूमिका निभाते हैं.
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