डीएनए हिंदीः उत्तराखंड (Uttarakhand) में आज कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लग सकता है. सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय (kishore Upadhyaya) बीजेपी (BJP) में शामिल हो सकते हैं. हाल ही में उत्तराखंड के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. अब बीजेपी में जाने की खबर सामने आ रही है.
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पार्टी के सभी पदों से किया गया निष्कासित
किशोर उपाध्याय को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किशोर उपाध्याय को सभी पदों से हटाने का आदेश जारी किया था. आदेश में देवेंद्र यादव ने कहा था कि उत्तराखंड के लोग बदलाव के लिए तरस रहे हैं और बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का इंतजार कर रहे हैं. कुशासन और बाजेपी नेतृत्व से लोगों में व्यापक गुस्सा है. पत्र में कहा गया कि चुनौती का सामना करना और उत्तराखंड की देवभूमि और यहां के लोगों की सेवा करना हम में से प्रत्येक का कर्तव्य है. लेकिन दुख की बात है कि किशोर उपाध्याय इस लड़ाई को कमजोर करने और लोगों के हितों को कमजोर करने के लिए बीजेपी और अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलनसार हैं.
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हरीश रावत का बदला टिकट
कांग्रेस ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 10 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की जिसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) का है, जिनका पहले घोषित विधानसभा क्षेत्र बदला गया है. पहले उन्हें नैनीताल जिले की रामनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया था. अब वह नैनीताल जिले की ही लाल कुआं सीट से चुनाव लड़ेंगे. पहले इस सीट पर संध्या डालाकोटी को टिकट मिला था. सूत्रों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने रामनगर से हरीश रावत की उम्मीदवारी का विरोध किया था. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने दूसरी सीट से लड़ने का फैसला किया. सूत्रों का कहना है कि रंजीत रावत रामनगर सीट पर लंबे समय से तैयारी कर रहे थे और अपनी दावेदारी कर रहे थे.