डीएनए हिंदी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां विधानसभा चुनाव में कई सीटें हॉट सीट बनी हुई हैं. इनमें से एक सीट है श्रीनगर. वर्तमान में यहां से कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत विधायक हैं. बीजेपी के इस विधायक का मुकाबला इस बार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोदियाल से होगा. समाजवादी पार्टी ने सुभाष नेगी, बहुजन समाज पार्टी ने बिरेंद्र कुमार, एसयूसीआई पार्टी ने संदीप कुमार और अखंड भारत विकास पार्टी से गणेश लाल को टिकट दिया है.
श्रीनगर विधानसभा सीट उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में आती है. 2017 में श्रीनगर में कुल 51.24 प्रतिशत मतदान हुआ था. बीजेपी के डॉ. धन सिंह रावत ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को 8698 वोटों से शिकस्त दी थी. इस संसदीय क्षेत्र से तीरथ सिंह रावत सांसद हैं. उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेस के मनीष खंडूरी को 302669 से हराया था. गढ़ नरेश की राजधानी यह सीट 2002 व 2007 में अनुजाति आरक्षित सीट रही जबकि 2012 से यह सामान्य सीट है.
यहां कुल मतदाता 106622 हैं जिनमें पुरुष मतदाता 54423 जबकि महिला मतदाता 52196 हैं. 2002 में यहां से कांग्रेस के सुंदर लाल मंद्रवाल, 2007 में बीजेपी के बृजमोहन कोटवाल, 2012 में कांग्रेस के गणेश गोदियाल और 2017 में बीजेपी के डॉ. धन सिंह रावत चुनाव जीतने में सफल रहे.
धन सिंह का नाम सीएम फेस के रूप में सामने आता रहा है लेकिन वह अब तक कुर्सी तक पहुंचने में सफल नहीं हुए हैं. छोटे कद के धन सिंंह रावत का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लेकर आरएसएस और उसके बाद सक्रिय राजनीति में रहा है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से बीजेपी की सक्रिय राजनीति में आए धन सिंह रावत का नाम कई बार मुख्यमंत्री के संभावित उम्मीदवार के तौर पर सामने आता रहा है. वह छात्र राजनीति में अपने आंदोलनों के लिए दो बार जेल जा चुके हैं.
एनआईटी उत्तराखंड का मामला हो या फिर रोडवेज डिपो का सुचारू संचालन. मेडिकल कालेज श्रीनगर में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी और विधानसभा के दुर्गम क्षेत्रों में दूर संचार सेवा की बदहाल स्थिति यहां प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं. इस बार का चुनाव निश्चित तौर पर धन सिंह रावत का सियासी सफर तय कर देगा. देखना दिलचस्प होगा कि एक बार फिर धन सिंह श्रीनगर के लोगों का दिल जीतने में सफल रहते हैं या फिर कांग्रेस के गणेश गोदियाल कमबैक करते हैं.