डीएनए हिंदी: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से नामांकन किया. करहल समाजवादी पार्टी का गढ़ है. यहां उन्हें टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मुलायम सिंह के पुराने सहयोगी व मोदी सरकार में मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को सियासी रण में उतारा है.
आगरा से हैं सासंद
प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल वर्तमान में आगरा लोकसभा सीट से सांसद हैं और केंद्र सरकार में कानून व न्याय राज्य मंत्री हैं. उन्होंने आज अखिलेश यादव के नामांकन भरने के थोड़ी दर बाद ही भाजपा उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा भरा.
सैन्य विज्ञान में एसोसिएट प्रोफेसर हैं बघेल
सांसद एसपी सिंह बघेल सैन्य विज्ञान में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वह साल 2019 में आगरा से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद चौथी बार लोकसभा सदस्य बने. साल 2017 में उन्होंने फिरोजाबाद की टुंडला विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. बाद में उन्हें योगी आदित्यनाथ की सरकार में पशुपालन, मत्स्य पालन, लघु सिंचाई और भूमिगत विभाग की जिम्मेदारी दी गई.
सपा से शुरू की थी राजनीति
एसपी सिंह बघेल मूल रूप से औरेया जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने यूपी पुलिस में बतौर SI अपना करियर शुरू किया था. बघेल बाद में मुलायम सिंह की सुरक्षा में लगाए. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने उन्हें साल 1998 में जलेसर से लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा. उन्होंने यह चुनाव जीता. इसके बाद बघेल 1999 और साल 2004 में भी लोकसभा सांसद चुने गए.
पढ़ें- UP Election 2022: सिवालखास विधानसभा सीट, जाट-मुस्लिम बाहुल्य इलाके से जुड़ा दिलचस्प संयोग
साल 2010 में बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा. 2014 के चुनाव से पहले एसपी सिंह बघेल भाजपा (BJP) में शामिल हो गए. भाजपा ने उन्हें फिरोजाबाद से लोकसभा का टिकट दिया लेकिन वो रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव से चुनाव हार गए. हालांकि साल 2017 में प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल फिरोजाबाद की ही टुंडला विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे.
पढ़ें- UP Election 2022: Yogi के मंत्री सुरेश राणा की होगी थाना भवन सीट पर कड़ी परीक्षा, निर्णायक होंगे मुस्लिम मतदाता