डीएनए हिंदी: पंजाब विधानसभा के मालवा रीजन में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभर सकता है. जी हां, देश के सबसे बड़े ओपिनियन पोल में ये आंकड़े सामने आए हैं. जी न्यूज और डिजाइन बॉक्स्ड के ओपिनियन पोल में सामने आया है कि मालवा की 69 सीटों पर आम आदमी पार्टी इस बार 28 से 30 सीटें हासिल कर सकती है. कांग्रेस को 19 से 21, शिरोमणि अकाली दल को 13 से 14, बीजेपी को 2 से 3 और अन्य को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 40 सीटें हासिल की थी. वहीं शिरोमणि अकाली दल ने 8, आम आदमी पार्टी ने 18, बीजेपी ने 1 और अन्य को 2 सीटें मिली थीं. यानी कांग्रेस को इस बार लगभग 20 सीटों का नुकसान हो सकता है. वहीं आम आदमी पार्टी को 10 से 12, शिरोमणि अकाली दल को 5 से 6 और बीजेपी व अन्य को एक से दो सीट का फायदा होता नजर आ रहा है.
इस सर्वे के तहत पंजाब की 117 सीटों के लिए 5 दिसंबर से 16 जनवरी तक 1 लाख 5 हजार लोगों की राय ली गई. मालवा के 15 जिलों में 69 सीटें हैं.
कांग्रेस को नुकसान क्यों?
डिजाइन बॉक्स्ड के डायरेक्टर नरेश अरोड़ा ने कहा, मालवा में आप का वोट शेयर भी उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ा. किसान आंदोलन के चलते मालवा में आम आदमी पार्टी को बड़े फेरबदल की उम्मीद थी लेकिन इसके बावजूद उसे उतना वोट शेयर नहीं मिला. कई सीटों पर अकाली दल को फायदा मिलता दिख रहा है.
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. जगरूप सिंह सेखों ने कहा, कांग्रेस के लिए सत्ता विरोधी लहर काम कर रही है. चुनाव से पहले रोजगार, कर्मचारियों की हड़ताल, बजरी की स्मगलिंग जैसे मुद्दे अभी भी बने हुए हैं. कांग्रेस इन्हीं मुद्दों पर सत्ता में आई थी. मुझे लगता है कि पंजाब में कांग्रेस की परफॉर्मेंस की वजह उसका वोट शेयर काटने की वजह बन सकती है. वहीं संयुक्त किसान मोर्चा आम आदमी पार्टी के वोट काट सकती है.
किसे कितना वोट शेयर?
मालवा में आम आदमी पार्टी को 36 प्रतिशत वोट शेयर, कांग्रेस को 29 और शिरोमणि अकाली दल को 26 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है. बीजेपी को 4 और अन्य को 5 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की उम्मीद है.