डीएनए हिंदी: केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Telecom Minister Ashwini Vaishnaw) ने 1 अगस्त को कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी समाप्त (5G Spectrum Auction Concluded) हो गई है, जिसमें कुल स्पेक्ट्रम का 71 फीसदी हिस्सा बेचा गया है. रिलायंस जियो (Reliance JIO) ने 5जी स्पेक्ट्रम के सबसे बड़े हिस्से का बोली लगाकर अधिग्रहण किया है. जियो ने 88,000 करोड़ रुपये से अधिक का स्पेक्ट्रम खरीदा है.
खास बात ये है कि मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की जियो ने अडानी ग्रुप (Adani Group) के मुकाबले स्पेक्ट्रम के 415 गुना बड़े हिस्से के लिए बोली लगाई है. वैष्णव ने कहा कि जियो एकमात्र बोलीदाता है, जिसने सभी 22 सर्किलों में 700 मेगाहट्र्ज का अधिग्रहण किया है. 700 मेगाहट्र्ज की सीमा 5 से 10 किमी तक है, जो दूरसंचार को एक ठोस आधार कवरेज प्रदान करती है. कुल मिलाकर, जियो ने 88,078 करोड़ रुपये की देय राशि पर, नीलामी में रखे गए 24740 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया है.
यहां जानें नीलामी से जुड़ी कुछ खास बातें
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40 राउंड तक चला ऑक्शन
भारत में 5जी स्पेक्ट्रम की पहली नीलामी 26 जुलाई को शुरू हुई थी। नीलामी पिछले सात दिनों में कुल 40 दौर की बोली के बाद संपन्न हुई। सूत्रों के अनुसार, 40 राउंड के बाद प्राप्त बोलियों का अनंतिम मूल्य 1,50,173 करोड़ रुपये था। नीलामी के सातवें और आखिरी दिन 43 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं। 26 जुलाई को नीलामी के पहले दिन 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई थीं. पहले दिन चार दौर की स्पेक्ट्रम बोली लगाई गई। सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस जियो सबसे आक्रामक बोली लगाने वाली कंपनी रही है।
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