डीएनए हिंदी: ट्विटर, मेटा के बाद अब अमेजन भी ग्लोबल लेवल पर छंटनी करने का मन बना चुका है. ग्लोबल मीडिया रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि अमेजन पूरी दुनिया से 10 हजार लोगों की छंटनी कर सकता है. अब सवाल यह है कि अमेजन का भारत में क्या स्टेटस रहेगा? भारत में लाखों लोगों को नौकरी देने वाला अमेजन भारत से कितने लोगों को बाहर का रास्ता दिखाएगा? ये सभी सवाल इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि अमेजन के लिए भारत ई—कॉमर्स, अमेजन वेब सीरीज, डाटा सेंटर और अमेजन प्राइम वीडियो का बड़ा बाजार है. कुछ जानकारों का कहना है कि अमेजन भारत से ट्विटर और मेटा के मुकाबले ज्यादा लोगों की छंटनी कर सकता है.
अभी तक संख्या नहीं है तय
वैसे भारत में अमेजन से कितने लोगों को निकाला जाएगा अभी तक कोई सटीक जानकारी नहीं मिली है और ना ही इस मामले को कोई अंतिम रूप दिया गया है, लेकिन जिस तरह से भारत में अमेजन ने लोगों को नौकरी दी है, जितना भारत में अमेजन का वर्कफोर्स है, उसके हिसाब से 10 फीसदी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. वैसे भारत में अमेजन का वर्कफोर्स करीब एक लाख है. जानकारों की मानें तो भारत में छंटनी हो रही है और संख्या पर चर्चा चल रही है." यह फेसबुक और ट्विटर के मुकाबले में ज्यादा हो सकती है. मई में, सिएटल स्थित फर्म की स्थानीय शाखा जानकारी देते हुए कहा था कि ने कहा था कि इसने 11 लाख से ज्यादा से रोजगार सृजित किए थे, जिसमें अप्रत्यक्ष और अनुबंध नौकरियां शामिल थीं. अमेज़ॅन इंडिया, बेंगलुरु में अपने प्रमुख कार्यालयों के अलावा, दूसरे शहरों में भी कर्मचारी काम कर रहे हैं.
बेंगलुरु में एक भर्ती सेवा फर्म में काम करने वाले एक कार्यकारी ने कहा कि अमेजन में शेयर्ड सर्विसेज, बैक-ऑफि़स और रिटेल ऑपरेशंस में काम करने वाले सैंकड़ों कर्मचारियों की छंटनी देखने को मिल सकती है. वैसे अभी अमेजन इंक और अमेजन इंडिया की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. अनुमान जताया जा रहा है कि छंटनी इंजीनियरिंग और अन्य विभागों में देखने को मिल सकत है जैसा कि अमेजन द्वारा अपनाई जाने वाली ग्लोबल प्रोसेस के समान है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोमवार को पहली बार रिपोर्ट दी थी कि कॉर्पोरेट और अेक नौकरियों को लक्षित करते हुए अमेजन इस सप्ताह डाउनसाइज़िंग शुरू करेगा. इस प्रैक्टिस से इसके लगभग 3 फीसदी वाइट कॉलर इंप्लॉयज के प्रभावित होने की उम्मीद है. भारत में, यह प्रैक्टिस देश में इसके कुल कार्यबल के अपेक्षाकृत छोटे हिस्से को प्रभावित कर सकता है.
मेटा और ट्विटर के बाद, अमेजन भी छंटनी की होड़ में शामिल, कई लोगों की गई नौकरी
बिग टेक जॉब में कटौती
अमेजन की छंटनी की कवायद बड़ी टेक फर्मों के साथ-साथ एक गंभीर मैक्रोइकॉनॉमिक माहौल के बीच अपने कार्यबल को ट्रिम कर रही है. वैश्विक आर्थिक मंदी के बढऩे के बारे में चिंताएं बढ़ रही हैं. अमेजन के लिए, यह यूएस में सबसे बड़ी नौकरी कटौती होगी, फेसबुक-पैरेंट मेटा के समान, जिसने पिछले सप्ताह 11,000 नौकरियों में कटौती की घोषणा की थी. टेक अरबपति एलन मस्क के कंपनी संभालने के बाद ट्विटर ने भी अपनी टीम को आधा कर दिया.
सिंगापुर ई-कॉमर्स फर्म शोपी पैरेंट भी अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 7,000 या 10 फीसदी की कटौती कर रही है. शोपी ने इस साल मार्च में अचानक भारत छोड़ दिया था. सीआईईएल एचआर सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदित्य मिश्रा ने कहा कि टेक जॉब्स में कटौती आने वाले हफ्तों में और देखने को मिल सकती है, जिसमें भारत भी प्रभावित हो सकता है. स्पेशलिस्ट स्टाफिंग फर्म एक्सफेनो के कोफाउंडर कमल कारंत ने मीडिया रिपोर्ट में कहा कि अमेजन में अभी एक तिमाही से हायरिंग फ्रीज चल रही है, वर्टिकल और प्रोजेक्ट्स के बीच वर्कफ़ोर्स को फिर से डिस्ट्रिब्यूट करने का आदेश हाल ही में दिया गया था. फंक्शंस, प्रोजेक्ट्स और वर्टिकल्स में वर्कफोर्स को रीसाइज करने पर ध्यान लगा रही है.
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