टमाटर और प्याज के दाम में बड़ी गिरावट, सरकार ने बताया एक महीने में हुआ कितना सस्ता  

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 20, 2022, 09:23 AM IST

पूरे भारत में टमाटर की औसत खुदरा कीमत में पिछले महीने की तुलना में 29 फीसदी की कमी आई है. आम तौर पर नियंत्रण में है और वर्तमान में पिछले वर्ष की तुलना में 9 फीसदी कम है.

डीएनए हिंदी: उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून के आगमन के साथ बाजार की आवक में वृद्धि हुई है, पूरे भारत में टमाटर की औसत खुदरा कीमत (Tomato Price0 में पिछले महीने की तुलना में 29 फीसदी की कमी आई है. एक बयान के अनुसार, प्याज की खुदरा कीमत (Onion Price) भी इसी तरह है. आम तौर पर नियंत्रण में है और वर्तमान में पिछले वर्ष की तुलना में 9 फीसदी कम है. मंत्रालय के रिकॉर्ड बताते हैं कि 19 जुलाई को, पूरे भारत में टमाटर की औसत खुदरा कीमत एक महीने पहले की तुलना में कम थी, जो 37.35 रुपये प्रति किलोग्राम थी. वहीं 19 जुलाई को, पूरे भारत में प्याज की औसत कीमत खुदरा 25.78 प्रति किलोग्राम थी.

मंत्रालय के अनुसार, चालू वर्ष में सरकार ने प्याज का अब तक का सबसे बड़ा भंडार जमा किया है, जो कुल 2.50 लाख टन है. कृषि मंत्रालय द्वारा रिकॉर्ड किए गए 317.03 लाख टन के रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद, इस साल प्याज की मंडी कीमत कम नहीं हुई है. सरकार ने आने वाले महीनों के लिए प्याज का बड़े पैमाने पर भंडारण किया है. इस भंडार का उपयोग अगस्त से लेकर दिसंबर के बीच किया जाएगा. उस समय प्याज की कीमतों में इजाफा ज्यादा देखने को मिलता है. 

सरकार के अनुसार मौजूदा समय में प्याज का जो भी भंडार है उसे राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों और सरकारी संगठनों को उपलब्ध कराया जाएगा. इसे खुदरा आउटलेट में भी जारी किया जाएगा. इसके जरिये उन शहरों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जहां पर प्याज की कीमतें बहुत ज्यादा होंगी. साथ ही प्रमुख मंडियों में भी इसकी आपूर्ति की जाएगी.

यह भी पढ़ें:- Petrol and Diesel Prices : कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच जानें कितने हुए फ्यूल के दाम 

इससे पहले, कोयंबटूर में किसान कीमतों में तेज गिरावट से निराश थे और उन्होंने 18 जुलाई को एक टन टमाटर को राजमार्ग पर गिरा दिया. जब कोई खरीदार फसल खरीदने के लिए नहीं आया तो उन्होंने टमाटर को डंप कर दिया और खरीद मूल्य एक कार्टन के लिए 50 रुपये तक गिर गया. हालांकि, कीमतों में गिरावट ने कई किसानों को बिचौलियों या बाजार एजेंटों के माध्यम से जाने के बजाय उपभोक्ताओं को सीधे 10 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचने के लिए प्रेरित किया है. धर्मपुरी में टमाटर की खेती 9,300 एकड़ में फैली है. जिले में सालाना औसतन 60 टन से अधिक का उत्पादन होता है. खरीद के दाम घटने से किसान वाहन किराए पर लेकर घर-घर जाकर बेच रहे हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.