डीएनए हिंदी: साल वित्त वर्ष 2023-24 को लेकर 1 फरवरी को लेकर वित्तीय बजट पेश किया जाना है. इससे पहले आज वित्त मंत्रालय नें हलवा सेरेमनी की गई है. इस कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. मोदीू सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह अंतिम पूर्ण कालिक बजट है.
आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह परंपरा क्यों होती है. बता दें कि हलवा सेरेमनी बजट की तैयारी पूरी होने का संकेत होती है. दशकों से बजट से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन होता आया है. इसे बजट के दस्तावेजीकरण के बाद मनाया जाता है. नार्थ ब्लॉक में जहां वित्त मंत्रालय है, उसके नीचे बेसमेंट में बजट प्रेस है.
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बता दें कि इस बजट प्रेस में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. हलवा सेरेमनी के बाद बजट की छपाई शुरू होती है. हलवा सेरेमनी के बाद बजट निर्माण में लगे सभी कर्मचारी इस बेसमेंट में ही रहते हैं.
बता दें कि अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले यह मौजूदा मोदी सरकार का आखिरी बजट होगा. ऐसे में इसमें काफी लोकलुभावन दावे करने के साथ ही इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव की भी संभावनाएं हैं और कुछ बड़े ऐलान किए जा सकते हैं.
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गौरतलब है कि पिछले साल हलवा सेरेमनी का आयोजन नहीं हुआ था. कोरोना महामारी के चलते बजट का दस्तावेजीकरण नहीं हुआ था और बजट डिजिटल रूप से पेश किया गया था. ऐसे में हलवा सेरेमनी का आयोजन नहीं किया गया और मिठाई बांटी गई थी.
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