Byju's ने किया बड़ा ऐलान, Lionel Messi को बनाया ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 04, 2022, 12:39 PM IST

स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी अपना खुद का एनजीओ भी लियो मेस्सी फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल जैसे क्षेत्रों में निवेश करता है. 

डीएनए हिंदी: भारत की सबसे मूल्यवान एडटेक कंपनी बायजू (Byju's) ने शुक्रवार को कहा कि उसने स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी (Lionel Messi) को अपने सोशल इंपैक्ट आर्म, एजुकेशन फॉर ऑल का ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है. स्टार फुटबॉलर अपना खुद का एनजीओ भी लियो मेस्सी फाउंडेशन (Lio Messi Foundation) भी चलाते हैं, जो स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल जैसे क्षेत्रों में निवेश करता है. बायजू ने मेसी को दी गई एंडोर्समेंट फीस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

10 मिलियन बच्चों को फ्री एजुकेशन देने का टारगेट 
बायजू की को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ ने एक लिंक्डइन पोस्ट में कहा कि आज 5.5 मिलियन से अधिक छोटे बच्चों के पास मुस्कुराने के 10 कारण हैं. हां, लियोनेल मेस्सी BYJU'S Education For All का पहला ग्लोबल पार्टनर है. गोकुलनाथ ने कहा कि बायजू की सभी के लिए शिक्षा भारत में लाखों वंचित बच्चों के लिए शिक्षा को समान, सुलभ और मुफ्त बनाने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि बायजू की सभी के लिए शिक्षा अब तक 5.5 मिलियन लोगों के जीवन को छू रही है. अब यह 2025 तक कम से कम 10 मिलियन बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए तैयार है. शायद हम बहुत जल्दी वहां पहुंच जाएंगे.

गोकुलनाथ ने कहा कि यह वास्तव में आश्चर्य की बात नहीं है कि अब तक का सबसे महान खिलाड़ी अब तक का सबसे बड़ा सीखने वाला भी है. मुझे विश्वास है कि यह साझेदारी दुनिया भर के लाखों लोगों को बड़े सपने देखने और बेहतर सीखने के लिए प्रेरित करेगी. जैसा कि फुटबॉल प्रशंसक जानते हैं, मेस्सी के साथ आपकी तरफ कुछ भी संभव है.

लागत कम करने के लिए कंपनी उठा रही है कदम 
बायजूज फिलहाल अपनी लागत कम करने के लिए कड़े कदम उठा रहा है. उपायों में 2500 कर्मचारियों की छंटनी, कई शहरों में अपने भौतिक कार्यालयों को बंद करना और अपनी बिक्री मशीनरी को ऑन-फील्ड बिक्री से आंतरिक बिक्री में ट्रांसफर करना शामिल है. हालांकि, बायजू अपने प्रचार पर खर्च जारी रखता है. उदाहरण के लिए, फीफा विश्व कप को प्रायोजित करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनने के लिए कंपनी ने लगभग 30-40 मिलियन डॉलर खर्च किए. जून में, कंपनी ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी को अगले 18 महीनों के लिए 2023 तक प्रायोजित करना जारी रखने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के साथ अपने डील को रिन्यू किया है. कंपनी चल रहे 2022 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के प्रायोजकों में से एक भी है. 

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बढ़ गया कंपनी का घाटा 
टाइगर ग्लोबल सपोर्टिड कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2020 में 231.69 करोड़ रुपये से अधिक था. वित्त वर्ष 2021 में इसका कुल खर्च बढ़कर 7,027.47 करोड़ हो गया, जो वित्त वर्ष 2020 में 2,873.34 करोड़ रुपये था. कंपनी को वित्तीय वर्ष 2022 के लिए अपने वित्तीय आंकड़े जारी करना बाकी है. इस बीच, बायजूस वर्तमान में 2023 की शुरुआत में अपनी ऑफ़लाइन कोचिंग इकाई आकाश एजुकेशनल सर्विसेज को सार्वजनिक रूप से लिस्टिड करने के लिए बैंकरों के साथ बातचीत कर रहा है. यह 3.5 बिलियन डॉलर से अधिक के वैल्यूएशन पर आकाश आईपीओ के माध्यम से 800 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर तक जुटाने की कोशिश कर रहा है. बायजूज ने पिछले साल अप्रैल में आकाश को करीब 1 अरब डॉलर में कैश और स्टॉक डील में खरीदा था.