डीएनए हिंदी: घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव की दो सबसे बड़ी वजह टाइट मॉनेटरी पॉलिसी (Monetary Policy) और महंगाई (Inflation) हैं. हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में कुछ कमी देखने को मिली है, जिसकी वजह शेयर बाजार (Share Market) में पिछले पांच कारोबारी सत्रों में सुधार देखने को मिला है. जानकारों की मानें तो घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. इन सब के बावजूद जेनसोल इंजीनियरिंग ने साल 2022 में 380 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न देखने को मिला है. अगर बात बीते एक साल की करें तो करीब एक हजार फीसदी का रिटर्न दिया है. इसका मतलब है कि अगर किसी ने सालभर पहले एक लाख रुपये का निवेश किया होता तो उसकी वैल्यू आज 10 लाख रुपए रुपये हो गई होती.
एक साल में दिया करीब 1000 फीसदी का रिटर्न
बीएसई में लिस्टिड यह स्टॉक सोमवार को 579.70 रुपये पर बंद हुआ था तो शुक्रवार 527 रुपये पर बंद हुआ था. इसका मतलब है कि सोमवार को कंपनी का शेयर 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ा. जिसकी वजह से कंपनी का शेयर 52 सप्ताह के हाई पर पहुंच गया. करीब एक साल पहले कंपनी का स्टॉक 54.75 रुपये से 579.70 रुपये चढ़ा है इस दौरान कंपनी का शेयर 958.81 फीसदी का रिटर्न मिला है जबकि सेंसेक्स में केवल 0.81 फीसदी की वृद्धि हुई है. साल 2022 की बात करें तो स्टॉक 3 जनवरी, 2022 को 119.15 रुपये से 579.70 रुपये तक चढ़ा है, जबकि इस दौरान सेंसेक्स में 10.18 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. जबकि कंपनी का शेयर इस दौरान 386.53 फीसदी का रिटर्न मिला है.
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6 महीने में कितना दिया रिटर्न
जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर पिछले छह महीनों के दौरान 28 दिसंबर, 2021 को 68.45 रुपये से बढ़कर मौजूदा स्तर पर पहुंच गए हैं, इस दौरान शेयर ने 746.90 फीसदी का रिटर्न दिया है. जबकि उस दौरान सेंसेक्स 8.18 फीसदी गिरा है. वहीं बीते एक महीने में सेंसेक्स में 4.94 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, वहीं स्टॉक में 63.66 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. बीते पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में 1.80 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है वहीं यह शेयर 31.75 फीसदी बढ़ा है.
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जेनसोल इंजीनियरिंग की मुख्य बातें
जेनसोल इंजीनियरिंग एक स्मॉल-कैप कंपनी है जिसका मार्केट कैप 634 करोड़ रुपये है. कंपनी 28,000 मेगावाट से अधिक की संयुक्त विशेषज्ञता के साथ सौर विशेषज्ञों में से एक है. कंपनी 18 भारतीय राज्यों में मौजूद है और अहमदाबाद और मुंबई में इसके कार्यालय हैं. इसके पास केन्या, चाड, मिस्र, यमन, ओमान, सिएरा लियोन और फिलीपींस में भी परियोजनाएं चल रही हैं. यह फर्म अपनी व्यापक वैश्विक पहुंच के कारण भारत और दुनिया भर में सौर परियोजनाओं के लिए संचालन और सेवाएं देती हैं.
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